इस बार जेल में लालू यादव के साथ हो रही पूरी कड़ाई, राहत के लिए सीएम के पास पहुंचे आरजेडी नेता
चारा घोटाला में जेल गए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता लालू यादव के साथ इस बार जेल प्रशासन कड़ाई के साथ पेश आ रहा है। झारखंड की जेल में उन्हें वहां के मैनुअल का पालन करना पड़ रहा है। वह इससे पहले सात बार जेल जा चुके हैं, जिसमें दो बार वह रांची की जेल में रखे गए थे। जबकि, पांच बार उन्हें पटना की कारागार के भीतर रखा गया था। लेकिन तब उन्हें जेल मैनुअल का पालन नहीं करना पड़ा था। चारा घोटाला मामले में लालू को हाल ही में सजा सुनाई गई थी। सोमवार सुबह में लालू से मिलने के लिए तीन आगंतुकों का साप्ताहिक कोटा खत्म हो गया था। जेल प्रशासन ने इसके बाद उन्हें वहां के मैनुअल से रू-ब-रू कराया और बताया कि उन्हें उस हफ्ते में किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। वहीं, होतवार सेंट्रल जेल के बाहर आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता लालू यादव से मिलने के लिए परेशान रहे। राज्य में पार्टी अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी और एक अन्य शीर्ष नेता इस बाबत झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिलने पहुंचे।
दास से उन्होंने मांग की कि चूंकि लालू लोकप्रिय नेता हैं, लिहाजा उन्हें असीमित आगंतुकों से जेल में मिलने देना चाहिए, जिस पर दास ने खास प्रतिक्रिया नहीं दी। आरजेडी ने इसी के बाद एक रजिस्टर रखा है, जिस पर आगंतुक यह कहने पर हस्ताक्षर कर सकें कि उन्होंने लालू यादव से मिलने के लिए मना कर दिया गया था। पार्टी की ओर से कई लोग लालू के लिए खाना और स्नैक्स लेकर जाते हैं, जिन्हें जेल स्टाफ उनतक पहुंचाता है। लालू के साथ पहली बार इस तरह की कड़ाई देखने को मिली है।
2013 में जब वह रांची की जेल में थे, तब झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सीएम थे और लालू उनकी सरकार में साझेदार थे। लालू को तब खास किस्म की जेल में रखा गया था, जो कि सरकारी गेस्ट हाउस था। हैरान करने वाली बात है कि सोरेन भी वहां उनसे नियमित तौर पर मिलने जाते थे। मगर इस बार कहानी कुछ और ही है। कैदी नंबर 3351 के रूप में लालू को जेल के अपर डिविजन वॉर्ड में रखा गया है। उसमें विभिन्न पार्टियों के छह नेता भी उनके साथ रखे गए हैं। लालू को यहां पर एक अखबार और टीवी देखने के लिए मिलता है।
आपको बता दें कि बिहार में 1991 से 1994 के बीच तकरीबन 89 लाख रुपए का चारा घोटाला हुआ था, जिसमें सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू समेत 15 अन्य लोगों को जेल की सजा का ऐलान किया था। आरोपियों में पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा का नाम भी है। अब तीन जनवरी को लालू को सजा दी जाएगी।