उत्तराखंड उपचुनाव रिजल्ट: बद्रीनाथ में कांग्रेस उम्मीदवार को शुरुआती बढ़त, जानिए हर अपडेट,
उत्तराखंड की दो विधानसभा सीट मंगलौर और बद्रीनाथ पर हुए उपचुनाव की मतगणना शुरू हो गई है. मंगलौर में उपचुनाव में 68.24 प्रतिशत और बद्रीनाथ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 49.80 प्रतिशत वोट पड़े थे. मंगलौर में 10 और बद्रीनाथ में चार उम्मीदवार मैदान में हैं. राजनीतिक पार्टियों द्वारा उत्तराखंड की इन दोनों सीटों पर जीत के अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं. शुरुआती रूझानों में बद्रीनाथ में कांग्रेस उम्मीदवार को बढ़त मिली हुई है.
बद्रीनाथ उपचुनाव नतीजे-
उम्मीदवार | पार्टी | रूझान |
राजेंद्र भंडारी | भाजपा | पीछे |
लखपत सिंह बुटोला | कांग्रेस | आगे |
हिम्मत सिंह | सैनिक समाज पार्टी | पीछे |
नवल खाली | निर्दलीय | पीछे |
बद्रीनाथ में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी और कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पूर्व अधिकारी हिम्मत सिंह सैनिक समाज पार्टी के प्रत्याशी हैं, जबकि पेशे से पत्रकार नवल खाली निर्दलीय के तौर पर बद्रीनाथ से किस्मत आजमा रहे हैं. राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस की जगह भाजपा से चुनाव लड़ा है. ये उपचुनाव उनके लिए किसी अग्नी परीक्षा से कम नहीं है.
मंगलौर उपचुनाव नतीजे-
उम्मीदवार | पार्टी | रूझान |
करतार सिंह भड़ाना | भाजपा | |
काजी निजामुद्दीन | कांग्रेस | |
बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) | उबेदुर रहमान |
मुस्लिम और दलित बहुल मंगलौर सीट पर अतीत में बसपा और कांग्रेस का दबदबा रहा है. भाजपा ने मंगलौर मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्र से गुज्जर नेता करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है, जहां से भगवा पार्टी कभी नहीं जीत सकी है. वहीं कांग्रेस ने काजी निजामुद्दीन और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) ने उबेदुर रहमान को मैदान में उतारा है.
मंगलौर सीट क्यों हुई खाली
पिछले साल अक्टूबर में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के कारण मंगलौर सीट खाली हुई थी. जिसके बाद यहां उपचुनाव कराए गए.
बद्रीनाथ सीट क्यों हुई खाली
मार्च में कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के बाद बद्रीनाथ सीट खाली हुई थी.