उपवास नहीं उपहास, सत्याग्रह नहीं मिथ्याग्रह कर रही कांग्रेस- राजघाट पर कांग्रेस के आंदोलन पर बोली बीजेपी
‘उपवास नहीं उपहास, सत्याग्रह नहीं मिथ्याग्रह कर रही कांग्रेस’। यह कहना है भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) का कांग्रेस के उपवास पर। दरअसल दिल्ली के राजघाट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अध्यक्ष राहुल गांधी दलित उत्पीड़ने के मामले पर भाजपा को घेरने के उद्देश्य से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस के इस धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस उपवास नहीं उपहास कर रही है, यह सत्याग्रह नहीं बल्कि मिथ्याग्रह है। उन्होंने कहा कि आज तक भारत में सत्याग्रह होता था लेकिन कांग्रेस मिथ्याग्रह कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने विशेष तौर से राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो देश में भ्रम फैलाने की राजनीति कर रहे हैं।
दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस के इस उपवास पर कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कर्नाटक चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देजनर कांग्रेस दलितों से जुड़े मुद्दे उठाकर उनके दिल में पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस के नेता हर जिले में उपवास पर बैठे हैं। हालांकि इस बीच कांग्रेस का यह आंदोलन विवादों में भी आ गया। दरअसल जब इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता जगदीश टायटलर और सज्जन कुमार राजघाट पहुंचे, तब उन्हें कथित तौर पर वहां से जाने को कह दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों नेताओं से कहा गया कि वह राजघाट परिसर छोड़कर चले जाएं। हालांकि इस मामले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय माकन ने सफाई देते हुए कहा है कि दोनों नेताओं को केवल स्टेज से जाने के लिए कहा गया था, परिसर से नहीं।
इस उपवास को लेकर एक और विवाद उस वक्त खड़ा हो गया जब भाजपा के ही एक और प्रवक्ता ने कांग्रेस नेताओं की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। भाजपा नेता हरीश खुराना ने कांग्रेस नेताओं के छोला-भटुरा खाते एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा कि वाह रे हमारे कांग्रेस के नेता, लोगों को राजघाट पर अनशन के लिए बुलाया है और खुद एक रेस्तरां में बैठकर छोले-भटूरे के मजे ले रहे हो। सही बेवकूफ बनाते हो।” हालांकि इस तस्वीर के सामने आने के बाद कांग्रेस की तरफ से सफाई देते हुए कहा गया कि यह तस्वीर सुबह 8 बजे से पहले की है।