उरी में आतंकियों से एके 47 राइफल, मैगजीन, हैंड ग्रेनेड बरामद, हथियारों पर हैं पाकिस्तानी ब्रांड के निशान
उरी हमले के सालभर बाद आतंकी फिर से उरी में बड़ी आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। रविवार (24 सितंबर) और सोमवार (25 सितंबर) को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में कुल चार आतंकियों को मार गिराया। उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी बरामद किया है। सुरक्षा बलों द्वारा बरामद जखीरे में एके 47, उसके मैगजीन, गोला-बारूद और हैंड ग्रेनेड शामिल हैं। उनके हथियारों पर पाकिस्तानी ब्रांड के लेवेल हैं। यानी यह बात स्पष्ट हो गई है कि पाकिस्तानी आकाओं के इशारे और हथियार के बल पर आतंकी दूसरे उरी हमले को अंजाम देने की सोच रहे थे।
भारतीय सेना के अधिकारी हरप्रीत सिंह ने सोमवार को बताया कि उरी में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। उन्होंने बताया कि सेना की योजना है कि पूरे उरी सेक्टर को छान लिया जाय। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में चार आतंकी मार गिराए गए हैं।
सेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद रविवार सुबह उरी के कलगई इलाके में घेराबंदी की गई और तलाशी अभियान शुरू किया।’ उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारी ने बताया, ‘ इस अभियान में एक सैनिक भी घायल हुए हैं।’ उन्होंने बताया कि गोलीबारी में तीन नागरिक भी घायल हुए हैं।
सेना ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने तड़के करीब तीन बजे बालकोट सेक्टर के भीमबेर गली क्षेत्र में एलओसी से सटी अग्रिम चौकियों को निशाना बनाकर गोलीबारी व गोलाबारी की। इसमें दो जवान घायल हो गए। पाकिस्तान की गोलीबारी व गोलाबारी के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है और उन्होंने सरकार द्वारा स्थापित शिविरों में शरण ली है।