एंटीगुआ सरकार से भारत की अपील- मेहुल चोकसी को हिरासत में लो, भागने न दिया जाए
भारत सरकार ने एंटीगुआ और बारबुडा की सरकार से अपील की है कि वह भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को हिरासत में ले लें और जमीन, वायु और सड़क मार्ग से उसके यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दें। ये अपील भारत सरकार ने एंटीगुआ और बारबुडा के विदेश मंत्री ई पी चेट ग्रीन की सफाई के बाद की है। उन्होंने कहा था कि उनके देश को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि मेहुल चोकसी के ऊपर भारत में पीएनबी फ्रॉड के मामले में क्या आरोप लगे हैं? विदेश मंत्री ग्रीन ने एनडीटीवी के साथ अपनी बातचीत में साफ कहा था, ” मैं बेहद साफगोई से कहना चाहता हूं, अगर हमें पता होता कि उस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं तो हम उसे नागरिकता नहीं देते।”
बता दें कि मेहुुल चोकसी 2000 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का सह आरोपी है। हाल ही में ऐसी खबरें आईं थीं जिनके मुताबिक उसने एंटीगुआ का पासपोर्ट और वहां की नागरिकता हासिल कर ली थी। ये नागरिकता उसने सिटीजनशिप फॉर इन्वेस्टमेंट कार्यक्रम के तहत ली थी। इस देश में कोई भी शख्स सिर्फ 1.3 करोड़ रुपये देकर नागरिकता पा सकता है।
अपनी एंटीगुआ बारबुडा की नागरिकता के बारे में मेहुल चोकसी ने सफाई भी दी थी। चोकसी के वकील डेविड डोरसेट ने उसके आधार पर एंटीगुआ के अखबार डेली आब्जर्वर को बताया था कि चोकसी ने कहा कि उसके ऊपर भारत सरकार के द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। अखबार में प्रकाशित उसके बयान में लिखा है, ”मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि मैंने कानूनन एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता के लिए निवेश के बदले नागरिकता नियम के तहत आवेदन दिया है। नियम के मुताबिक मेरी याचिका के लिए मैंने हर विधिक नियम को पूरा किया है। नागरिकता के लिए मेरा आवेदन भी कानून के मुताबिक ही पूरा और मंजूर किया गया है।”
चोकसी के बयान पर अखबार ने लिखा है,”मेरा आवेदन मेरी व्यापारिक महत्वाकांक्षाओं के कारण है। मैं अब कैरिबियाई देशों में अपना कारोबार बढ़ाना चाहता हूं। इसीलिए मैं 130 से ज्यादा देशों में वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा प्राप्त करना चाहता था। मैं जनवरी 2018 से संयुक्त राष्ट्र में चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने के लिए था। इलाज के बावजूद मैं अभी भी बीमार हूं। इसी बीमारी के कारण मैंने एंटीगुआ और बारबुडा में रहने का फैसला किया है।”
वैसे बता दें कि मेहुल चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी। उसने इसी साल 15 जनवरी को सभ्य नागरिक के रूप में रहने की शपथ ली थी। एंटीगुआ और बारबुडा का पासपोर्ट दुनिया के कुछ चुनिंदा सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट में से एक है। इस पासपोर्ट को रखने वाला वैध वीजा के साथ दुनिया के 132 देशों में यात्रा कर सकता है।