एएमयू में जिन्ना की तस्वीर पर सवाल से भड़के हामिद अंसारी, बोले- मुझे गंदी राजनीति में न घसीटो
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की टंगी तस्वीर इस वक्त सियासत में बहस का सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र और देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस मसले पर सख्त टिप्पणी की है। जब उनसे इस बावत सवाल पूछा गया तो उन्होंने लगभग बिफरते हुए कहा कि इस घटिया राजनीति में मुझे मत घसीटिए, ये बहस नेताओं के लिए ही रहने दीजिए। बता दें कि हामिद अंसारी 2 मई को एएमयू पहुंचे थे। उन्हें एक कार्यक्रम में शिरकत करना था, जहां पर उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र परिषद की आजीवन सदस्यता दी जाने वाली थी। लेकिन तनाव के बाद इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन्ना के पोस्टर विवाद पर जब हामिद अंसारी से राय मांगी गई तो उन्होंने कहा, “मेरे पास ऐसे सवालों के लिए वक्त नहीं है, राजनीति को नेताओं के लिए ही छोड़ देना चाहिए।” हालांकि हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी, जो कि खुद अलीगढ़ की रहने वाली हैं, ने इस मामले पर थोड़ा अलग जवाब दिया। जिन्ना की तस्वीर के विरोध पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा, “1938 से छात्र संघ के हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है , अब कोई कारण नहीं है कि यूनिवर्सिटी को अपने एक पूर्व शानदार छात्र की तस्वीर को हटा देना चाहिए।”
इस बीच एएमयू छात्र संघ ने आरोप लगाया है कि हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं द्वारा यूनिवर्सिटी परिसर में की गयी हिंसा वहां गेस्ट हाउस में ठहरे पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमले की साजिश का हिस्सा थी। इधर उत्तर प्रदेश के सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने ही कहा है कि जिन्ना भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार था और भारत में उसकी कोई जगह नहीं है। योगी आदित्य नाथ ने कहा कि भारत में जिन्ना का सम्मान असंभव है। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ‘‘ जिन्ना देश का दुश्मन था और उसके लिए देश के लोगों में ना कोई स्थान था, ना है और ना रहेगा ।’’
योगी आदित्यनाथ नीत सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के जिन्ना को लेकर दिये गये बयान पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी के अंदर का मामला है और इसे पार्टी के अंदर ही समझेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कानपुर में ही कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना एक महान शख्सियत थे । उन्होंने कहा था कि जिन महापुरुषों ने राष्ट्रनिर्माण में योगदान दिया, यदि उन पर कोई उंगली उठाता है तो ये गलत बात है। देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का योगदान भी इस देश में था।