एमके सिंह होंगे बीएचयू के नए चीफ प्रॉक्टर, सीएम आदित्यनाथ ने कहा- घटना के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ
महेंद्र कुमार सिंह को बुधवार (27 सितंबर) को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) का नया चीफ प्रॉक्टर नियुक्त किया गया। बीएचयू में यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही लड़कियों पर 23 सितंबर को हुए लाठीचार्ज के बाद मंगलवार (26 सितंबर) को चीफ प्रॉक्टर ओनएन सिंह ने “नैतिक जिम्मेदारी” लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने लड़कियों के हॉस्टल का बाहर और अंदर घुसकर लाठीचार्ज किया था। घटना के बाद से ही वाइस चांसल गिरीश चंद्र त्रिपाठी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को पद से हटाने की मांग की जा रही है।
पूर्व प्रॉक्टर ओएन सिंह और वीसी त्रिपाठी द्वारा तैयार की गयी एक चार पन्ने की रिपोर्ट में छात्रा के संग हुई घटना को “छेड़खानी” बताया गया है। लंका थाने के एसएचओ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “गुरुवार (21 सिंतबर) को छात्रा अपने हॉस्टल वापस जा रही थी तो मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोग उसके पास आए और उसे गलत ढंग से छुआ।” हालांकि पीड़िता की एक करीबी ने बताया, “जब वो हॉस्टल वापस आ रही थी तो उस पर हमला हुआ। उन्होंने उसके बाल खींचे और एक ने उसके कुर्ते में हाथ डाला। दूसरे ने उसके पैरों में हाथ डाला। वो जब गिर पड़ी तो वो लोग भाग गये।”
वाराणसी के जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। वाइस चांसलर त्रिपाठी ने हाई कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। वाराणसी पुलिस भी छात्रा के संग हुए यौन दुर्व्यवहार की जांच कर रही है। वाराणसी जोन के कमिश्नर ने भी अपनी रिपोर्ट में मामले में बीएचयू प्रशासन को कसूरवार माना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रथम दृष्टया बीएचयू की घटना असामाजिक तत्वों की कारस्तानी प्रतीत होती है। योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से कहा कि प्रशासन किसी छात्र को परेशान किए बिना मामले की तह तक पहुंचेगा। सीएम योगी ने कहा, “मामले की रिपोर्ट मिल गीय है और प्रशासन को साफ शब्दों में किसी भी छात्र को परेशान किए बिना मामले की तह तक पहुंचने का आदेश दे दिया गया है ताकि उन असामाजिक तत्वों का पता लगाया जा सके तो छात्रों के भेष में विश्वविद्यालय का माहौल बिगाड़ रहे हैं।”