एशियन गेम्स 2018 में 20 साल बाद फाइनल में पहुंची टीम भारतीय महिला हॉकी टीम, गोल्ड पर देश की निगाहें
Asian Games 2018: गुरजीत कौर ने आखिरी क्वार्टर में 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर भारतीय महिला हॉकी टीम को 20 साल बाद एशियाई खेलों के फाइनल में पहुंचा दिया। जकार्ता में जारी 18वें एशियाई खेलों के 11वें दिन बुधवार (29 अगस्त) को भारत ने गुरजीत के एकमात्र गोल के दम पर सेमीफाइनल में चीन को 1-0 से हराते हुए फाइनल का टिकट कटाया। भारतीय महिला हॉकी टीम ने इससे पहले 1998 में बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों के फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में भारत का सामना शुक्रवार को जापान से होगा। इसी दिन कांस्य पदक के लिए चीन का मुकाबला दक्षिण कोरिया से होगा।
गुरजीत के गोल से पहले भारतीय टीम ने गोल करने के कई मौके गंवाए। टीम को कुल सात पेनल्टी कॉर्नर मिले जिसमें से वो एक को ही गोल में तब्दील कर पाई। अगर भारतीय महिलाएं मौकों में से आधे को भी भुना लेतीं तो ज्यादा अंतर से मैच अपने नाम करतीं। पूरे मैच में भारतीय टीम ही हावी रही लेकिन उसकी फिनिशिंग कमजोर होने के कारण कई मौकों पर चीन को हावी होने के अवसर मिले। भारतीय डिफेंस ने हालांकि चीन के हमलों का माकूल जवाब दिया।
भारतीय महिलाओं ने शुरुआत अच्छी की थी। टीम ने पहले क्वार्टर में धैर्य से खेला और सटीक पासिंग के जरिए चीनी खिलाड़ियों को गेंद पर ज्यादा पकड़ नहीं बनाने दी। आठवें मिनट में भारत को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दोनों पर गोल नहीं हो सका। भारतीय महिलाएं लगातार चीन के घेरे में जगह बना रही थीं। इसी प्रयास में 13वें मिनट में भारत ने गोल करने का शानदार मौका बनाया लेकिन फॉरवर्ड लाइन इस प्रयास को गोल में बदलने में नाकाम रही।