एशियन पैरा गेम्स 2018: शरद कुमार ने ऊंची कूद में रिकॉर्ड के साथ जीता गोल्ड, भारत ने ऊंची कूद में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनो मेडल जीते
जकार्ता: गत चैम्पियन शरद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद इवेंट में गुरुवार (11 अक्टूबर) को एशियन पैरा गेम्स में दो नए रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया. विश्व चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले 26 साल के इस खिलाड़ी ने ऊंची कूद की टी42/63 वर्ग में 1.90 मीटर की कूद के साथ एशिया और इन खेलों का रिकॉर्ड बनाया. टी42/63 वर्ग पैर के निचले हिस्से के विकलांगता से जुड़ा है.
इस इवेंट का सिल्वर रियो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल विजेता वरूण भाटी (1.82 मीटर) जबकि ब्रॉन्ज मेडल थंगावेलु मरियाप्पन (1.67) ने जीता. खास बात यह है कि मरियाप्पन ने रियो ओलंपिक में गोल्ड जीता था. बिहार के शरद का बाया पैर लकवाग्रस्त हो गया था, वह जब दो साल के थे तब पोलियो रोधी अभियान के दौरान मिलावटी दवा लेने के कारण उनकी यह स्थिति हुई.
भारतीय खिलाड़ियों ने गुरुवार को देश के खाते में 13 मेडल जोड़े. भारत आठ गोल्ड, 17 सिल्वर और 25 ब्रॉन्ज के साथ कुल 50 मेडलों के साथ तालिका में नौवें स्थान पर बना हुआ है. पहले स्थान पर काबिज चीन ने 137 गोल्ड, 69 सिल्वर और 49 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं जबकि दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया है जिसके नाम 43 गोल्ड, 37 सिल्वर और 34 ब्रॉन्ज मेडल हैं.
भारतीय एथलीटों ने एक ही स्पर्धा में तीनों मेडलों पर कब्जा जमाया है. भारतीय एथलीटों ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-42/63 स्पर्धा में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए. भारत के शरद कुमार ने इस स्पर्धा में गेम रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया. इसके अलावा, रियो पैरालम्पिक खेलों के मेडल विजेता वरुण सिंह भाटी ने सीजन बेस्ट प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता. इस स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल रियो पैरालम्पिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले मरियप्पन थंगावेलु ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया.
भारत ने पुरुषों की 400 मीटर रेस स्पर्धाओं में एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुए हैं. पुरुषों की 400 मीटर टी-44/62/64 रेस स्पर्धा में भारत को एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ है. इसके अलावा, 400 मीटर टी-45/46/47 स्पर्धा में एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ है. भारत के आनंदन गुनाशेखरन ने 400 मीटर टी-44/62/64 रेस स्पर्धा को 53.72 सेकेंड में पूरा करते हुए गेम रिकॉर्ड तोड़कर सिल्वर मेडल जीता.
इसके अलावा, विनय कुमार ने 54.45 सेकेंड के समय में इस रेस को पूरा करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर ब्रॉन्ज मेडल जीता. पुरुषों की 400 मीटर टी-45/46/47 स्पर्धा के फाइनल में संदीप सिंह मान ने 50.07 सेकेंड का समय लेकर सीजन बेस्ट प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता.
भाला फेंक एथलीट सुंदर सिंह गुर्जर ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. इसी स्पर्धा में रिंकू को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा. पुरुषों के एफ-46 वर्ग में सुंदर ने अपने पांचवें प्रयास में 61.33 मीटर की दूरी तय करते हुए सिल्वर मेडल जीता जबकि रिंकू ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 60.92 मीटर की दूरी फेंक कर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. हालांकि इसी स्पर्धा में दो बार के पैरालम्पिक चैम्पियन देवेंद्र झाझरिया निराशाजनक प्रदर्शन के साथ चौथे स्थान पर रहे. श्रीलंका के दिनेश हेराथ ने एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए 61.84 मीटर दूरी नापकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. पुरुषों के 400 मीटर टी-13 वर्ग में अव्निल कुमार ने 52 सेकेंड के समय के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसी स्पर्धा में ईरान के ओमिड जरीफसाययेई ने गोल्ड और थाईलैंड के सोंगवुत लामसन ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया.
भारतीय एथलीट अवनिल कुमार ने पुरुषों की 100 मीटर टी-13 रेस में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. अवनिल ने फाइनल में 52.00 सेकेंड में तीसरा स्थान हासिल किया. इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल ईरान के ओमिद जरीफसानयेई ने जीता. उन्होंने इस स्पर्धा को 51.41 सेकेंड में पूरा किया. इसके अलावा, थाईलैंड सोंगवुट लामसान ने सिल्वर मेडल जीता. उन्होंने इस रेस को 52.00 सेकेंड में पूरा किया. भारत ने पुरुषों की 400 मीटर दौड़ टी13 में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता. उसको यह मेडल अवनिल कुमार ने दिलाया. टी13 आंखों में कम रोशनी से जुड़ा वर्ग है.
महिलाओं के 400 मीटर के टी12 (दृष्टि बाधित) वर्ग में राधा वेंकटेश ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. तैराकी में भारत के स्वप्निल पाटिल पुरुषों के 400 मीटर फ्रीस्टाइल (एस10) में कांसे का तमगा हासिल किया. एस10 वर्ग में दृष्टि बाधित खिलाड़ी होते हैं.