एसबीआई ने बंद कर दिए 41 लाख से ज्यादा बचत खाते, इसके पीछे बताई ये वजह
भारतीय स्टेट बैंक ने 41 लाख 16 हजार सेविंग अकाउंट बंद कर दिए हैं। इस बात का खुलासा एक आरटीआई में हुआ है। यह खाते अप्रैल 2017 से लेकर जनवरी 2018 तक किए गए हैं। बैंक ने इसके पीछे बैंक मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने की वजह बताई है। दरअसल मध्यप्रदेश के नीमच के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि उनकी आरटीआई अर्जी पर एसबीआई (State bank of India) के एक आला अधिकारी ने उन्हें 28 फरवरी को भेजे पत्र में यह जानकारी दी। स्टेट बैंक में 41 करोड़ सेविंग अकाउंट हैं। इनमें से 16 करोड़ प्रधान मंत्री जन धन योजना / बुनियादी बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) और पेंशनभोगी, नाबालिगों, सामाजिक सुरक्षा लाभ धारकों के अधीन हैं। इन खातों पर मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने का चार्ज नहीं लगता है।
SBI ने 75 फीसदी तक कम किया AMB चार्ज: स्टेट बैंक ने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर लगने वाले चार्ज में 75 फीसदी तक की कटौती कर दी है। चार्ज में हुए यह बदलाव 1 अप्रैल से लागू किए जाएंगे। मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के खातों पर लगने वाली पेनल्टी की राशि को प्रति महीने 50 रुपये से कम कर 15 रुपये प्रति महीने कर दिया गया है। वहीं सेमी अर्बन एरिया में इस चार्ज को 40 रुपए महीने से घटाकर 12 रुपए महीने कर दिया है। वहीं ग्रामीण इलाकों में मौजूद ब्रांचों के खातों पर ली जाने वाली पेनल्टी की राशि को 10 रुपये कर दिया गया है। इन पर जीएसटी अलग से लिया जाएगा।
आपको बता दें कि स्टेट बैंक के केवल 8 महीने में 1,771 करोड़ रुपए की कमाई सिर्फ मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने वाले खाताधारकों से की थी। इसके लिए बैंक की काफी आलोचना भी हुई थी। यह राशि स्टेट बैंक के जुलाई-सितंबर 2017 की पूरी तिमाही से भी ज्यादा थी। बैंक ने इस तिमाही में 1,581.55 करोड़ रुपए की कमाई की थी। यह अप्रैल 2017 से सितंबर 2017 तक की बैंक की कमाई का लगभग आधा था। इस दौरान बैंक ने 3,586 करोड़ रुपए की कमाई की थी। पिछले साल अक्टूबर में एसबीआई ने मासिक औसत बैलेंस नहीं रखने पर लगने वाली फीस में 20-50 फीसदी तक सर्विस चार्ज में कटौती की थी।