ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का दावा-अडानी के टैक्स हेवन देशों में कनेक्शन
ऑस्ट्रेलियाई समाचार संस्था एबीसी न्यूज ने अपनी एक खोजी रिपोर्ट में कारोबारी अडानी समूह के टैक्स हेवन (कर चोरों के स्वर्ग) देशों से पहले से अज्ञात संबंधों को उजागर करने का दावा किया है। एबीसी न्यूज के विशेष कार्यक्रम फोर कॉर्नर्स के तहत की गई पड़ताल के बाद ये दावा किया गया है कि ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कई अहम परिसंपत्तियां दरअसल अडानी समूह की हैं। एबीसी न्यूज के दावे के अनुसार अडानी समूह ने ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड की अपनी कंपनी के बारे में ऑस्ट्रेलिया सरकार को जानकारी नहीं दी। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट में अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी के खिलाफ भारत में चल रही जाँच का भी हवाला दिया गया है। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में विनोद अडानी के काफी शेयर हैं। अडानी समूह के पास ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में कोयला खदानों का ठेका है। रिपोर्ट के अनुसार अडानी समूह ने ऑस्ट्रेलिया सरकार को 22 अरब डॉलर टैक्स और राजस्व के तौर पर देने का वादा किया लेकिन एबीसी ने विशेषज्ञों के हवाले से दावा किया है कि अडानी समूह से जुड़े ट्रस्टों और कंपनियों के बड़े जाल की वजह से सरकार को दिए जाने वाले टैक्स में काफी कमी हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार अडानी समूह की संपत्तियों में क्वींसलैंड के मैके के करीब स्थित एबोट प्वाइंट कोल टर्मिनल भी है। अडानी समूह के पास टर्मिनल के विस्तार के साथ ही पोर्ट से गैलीली बेसिन स्थित प्रस्तावित कोयला खदान तक 400 किलोमीटर लम्बी एक नियोजित रेलवे लाइन बिछाने का भी ठेका है। इन परियोजनाओं के लिए अडानी समूह को नार्दर्न ऑस्ट्रेलिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फैसिलिटी से एक अरब डॉलर का कर्ज मिला है।
एबीसी न्यूज के अनुसार पहले ये माना जा रहा था कि अडानी परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित केमैन आईलैंड स्थित अतुल्य रिसोर्स नामक कंपनी के पास ही एबोट प्वाइंट, विस्तार योजना और रेलवे लाइन का ठेका है लेकिन समूह से जुड़ी एक निजी कंपनी द्वारा सिंगापुर में जमा किए गये दस्तावेज के अनुसार अतुल्य रिसोर्स का मालिकाना हक ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड से जुड़ी एक कंपनी के पास है। एबीसी न्यूज के अनुसार ऑस्ट्रेलिया की कंपनी मामलों की नियामक संस्था एएसआईसी को अडानी समूह द्वारा दिए गये दस्तावेज में ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड स्थिति कंपनी की जानकारी नहीं दी गयी है। अडानी समूह द्वारा एएसआईसी को दी गयी जानकारी के अनुसार इन सभी परियोजनाओं का मालिकाना हक अतुल्य रिसोर्स के पास है। एबीसी न्यूज के अनुसार वर्जिन आईलैंड स्थित इस कंपनी को अलग-अलग जगह एआरएफटी होल्डिंग लिमिटेड, एएफआरटी होल्डिंग लिमिटेड और अतुल्य रिसोर्स फैमिटी ट्रस्ट नाम से उद्धृत किया गया है।
इससे पहले एबीसी न्यूज के फोर कॉर्नर्स के पत्रकार स्टीफन लॉन्ग ने दावा किया था कि जब वो इस खोजी रिपोर्ट के दौरान पड़ताल के लिए गुजरात गये थे तो अगले ही दिन पुलिस उनके होटल पहुंच गयी थी। स्टीफन ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर बताया, “ हमसे क़रीब पांच घंटे तक पूछताछ की गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस दौरान बार-बार मोबाइल पर बात करने के लिए कमरे से बाहर जाता था और लौटने पर उसका रुख और कड़ा हो जाता था। वे लोग अच्छी तरह जानते थे कि हम वहां क्यों आए हैं, लेकिन कोई भी ए (अडानी) शब्द मुंह से नहीं निकाल रहा था। पुलिस ने हमसे कहा कि अगर हम लोग वापस नहीं गए तो तीन खुफिया एजेंसियों के लोग अगले दिन पूछताछ करने आएंगे और हम लोग जहां भी जाएंगे, क्राइम दस्ते के जासूस और स्थानीय पुलिस साथ होगी।” एबीसी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में विनोद अडानी के खिलाफ भारतीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा टैक्स की कथित चौरी की जांच का भी हवाला दिया गया है।