ओपिनियन पोल में राहुल गांधी की लोकप्रियता में उछाल, पिछड़ रहे पीएम मोदी
शनिवार यानी कि 26 मई 2018 को पीएम मोदी अपने कार्यकाल के चार साल पूरे कर लेंगे। प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए पीएम मोदी के सामने अब चुनौती अपने स्ट्राइक रेट को दुहराने की है। इधर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के सामने चुनौती मोदी की शख्सियत से टकराने की है। कर्नाटक चुनाव के नतीजों से देश में एक नया सियासी समीकरण आकार लेता दिख रहा है। इस तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच हिन्दी न्यूज चैनल एबीपी ने देश की जनता का मूड टटोलने के लिए सर्वे किया है। इस सर्वे के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार लोकप्रियता की सीढ़ियां चढ़ रहे हैं। जबकि पीएम मोदी की लोकप्रियता लोगों के बीच कम हुई है।
सर्वे का इशारा इस ओर है कि हालांकि पीएम मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है, लेकिन अगर आज लोकसभा के 543 सीटों पर चुनाव हुए तो बीजेपी केन्द्र में फिर से सरकार बना सकती है। लेकिन इसके लिए पार्टी को अपने सहयोगियों की जरूरत पड़ेगी। रिपोर्ट के मुताबिक सर्वे में एनडीए को 274, यूपीए को 164 और अन्य दलों को 105 सीटें मिलने का अनुमान है। इस सर्वे के मुताबिक एनडीए की 49 सीटें घट रही है।, वहीं यूपीए को 104 सीटों का जबर्दस्त फायदा होता दिख रहा है। अन्य दलों को 48 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। एबीपी के सर्वे में एनडीए को 37 फीसदी वोट मिल रहा है, जबकि 2014 में एनडीए को 36 फीसदी वोट मिला था। इस सर्वे में यूपीए को 31 फीसदी वोट जा रहा है, जबकि 2014 में ये गठबंधन मात्र 25 फीसदी वोट ही पा सका था। अन्य को इस बार 32 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है, जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में इन्हें 39 फीसदी वोट मिला था।
सर्वे बताता है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है। जनवरी में कांग्रेस अध्यक्ष की लोकप्रियता का आंकड़ा 20 फीसदी था, जो मई महीने में बढ़कर 24 फीसदी हो गया है। एबीपी ने पुराने आंकड़ों का हवाला देकर कहा है कि 2014 में राहुल गांधी की लोकप्रियता 16 फीसदी थी, 2017 में राहुल की लोकप्रियता कम होकर मात्र 9 फीसदी हो गई थी। वहीं एबीपी के सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है। जनवरी 2018 में पीएम की लोकप्रियता 37 फीसदी थी, जो वर्तमान में कम होकर 34 फीसदी रह गई है। मई 2014 जब पीएम मोदी ने चुनाव जीता था तो उस वक्त उनकी लोकप्रियता 36 फीसदी थी। मई में पीएम की लोकप्रियता में इजाफा हुआ था और उन्हें 44 फीसदी लोग पसंद कर रहे थे।