ओलंपिक की दावेदारी पेश करेगा भारत, आइओए अध्यक्ष और बाक की मुलाकात में मेजबानी का मुद्दा उठा
भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने कहा है कि भारत 2026 युवा ओलंपिक खेलों, 2030 एशियाई खेलों और 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश करेगा। बत्रा ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक और एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष और प्रभावशाली राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों के संघ के प्रमुख शेख अहमद अल सबाह के साथ बैठक की और माना जा रहा है कि इस बैठक में इन खेलों की मेजबानी पर भी चर्चा हुई। बत्रा ने कहा कि भारत 2026 युवा ओलंपिक खेलों, 2030 एशियाई खेलों और 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश करेगा।
हमें मेजबानी मिले या नहीं, हम इन खेलों के लिए दावेदारी पेश करेंगे। गौरतलब है कि भारत इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और फीफा अंडर-17 विश्व कप जैसी बड़ी खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी सफलतापूर्वक कर चुका है। आइओए अध्यक्ष बाक ने हालांकि भारत की दावेदारी पर किसी भी तरह का आश्वासन देने से इनकार कर दिया। बाक ने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि भारत में काफी क्षमता है और एक ना एक दिन भारत ओलंपिक की मेजबानी करेगा। लेकिन फिलहाल युवा ओलंपिक खेलों या ओलंपिक खेलों की दावेदारी के लिए कोई प्रक्रिया खुली नहीं है इसलिए इस बारे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा।
ओलंपिक की मेजबानी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि 2028 ओलंपिक तक के मेजबान तय हो चुके हैं और किसी भी देश को मेजबानी का अगला मौका 2032 में ही मिल पाएगा जिसकी प्रक्रिया शुरू होने के अभी काफी समय है। उन्होंने कहा कि शीतकालीन ओलंपिक 2026 की मेजबानी की प्रक्रिया चल रही है लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसकी मेजबानी में भारत की कोई रुची होगी। दुनिया भर के कुछ ही देशों में इन खेलों का आयोजन किया जा सकता है। और इन खेलों के लिए सात शहर/राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों ने दावेदारी पेश की है और काफी अच्छा संकेत है।
खेलों में धोखेबाजी बर्दाश्त नहीं : राठौड़
खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक से मुलाकात की। उन्होंने बाक को खेलों को पाक साफ रखने का आश्वासन देते हुए कहा कि मंत्रालय डोपिंग या धोखेबाजी को बर्दाश्त नहीं करेगा। एक घंटे तक चली मुलाकात में दोनों पक्षों में खेलों को बढ़ावा देने, अच्छे प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय खेल महासंघों में आपसी संबंध मजबूत बनाने पर बात हुई। राठौड़ ने देश में खेलों को जमीनी स्तर पर मजबूती देने में खेलों इंडिया के महत्व को बताया। उन्होंने इसे कम उम्र में ही खिलाड़ियों को तलाशने का मंच बताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर इनका आयोजन किया जाएगा। देश में खेलों को पाक साफ बनाने और उसमें पारदर्शिता लाने पर जोर देते हुए राठौड़ ने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ की मदद से सरकार ने खेल कोड बनाया है जिससे राष्ट्रीय खेल महासंघों की कार्यशैली में पारदर्शिता लाई जाएगी।