कठुआ गैंगरेप पर आखिरकार बोले राहुल गांधी- ऐसी घटना के दोषियों का बचाव कोई कैसे कर सकता है
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्या के बाद तनाव है। विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों ने कठुआ और उन्नाव की घटना की कड़ा विरोध किया है। जम्मू के कठुआ जिले में रस्साना जंगलों से 17 जनवरी को एक आठ वर्षीय बच्ची आसिफा का शव बरामद हुआ था। बच्ची इससे एक सप्ताह पहले जंगल में घोड़ों को चराते हुए लापता हो गई थी। उसे एक मंदिर में कई दिन तक बंधक बनाकर रखा गया, उसे नशे में रखा गया, उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर दी गई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (12 अप्रैल) को कठुआ की घटना पर चुप्पी तोड़ी।
राहुल ने एक ट्वीट में कहा, ”ऐसे जघन्य अपराध के दोषियों का बचाव कोई कैसे कर सकता है? कठुआ में आसिफा के साथ जो हुआ, वह मानवता के खिलाफ अपराध है। इसे ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता। अगर हम एक बच्ची के साथ ऐसी अकल्पनीय बर्बरता के साथ राजनैतिक हस्तक्षेप की अनुमति देते हैं तो हम क्या बन गए हैं?”
राहुल से पहले, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके उपवास को लेकर निशाना साधा था। सिब्बल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ में दुष्कर्म की घटनाओं पर चुप हैं।” सिब्बल ने कहा, “आप (मोदी) दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ क्यों उपवास नहीं रखते? लोगों को यह क्यों नहीं बताते कि दुष्कर्म की घटनाओं से आपको बुरा लगा है, इसलिए आपने उपवास रखा हुआ है।”
कठुआ की घटना पर बॉलीवुड की कई हस्तियों ने रोष प्रकट किया है। फरहान अख्तर ने कहा, “जरा सोचिए, उस आठ साल की बच्ची के दिमाग में क्या चल रहा होगा, जिसे कई दिनों तक नशा दिया गया, बंधक बनाया गया, कई दिनों तक उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। अगर आप उसका दर्द नहीं समझ सकते तो आप इंसान नहीं हैं। अगर आप आसिफा के लिए न्याय की मांग नहीं करते तो आपका कोई वजूद नहीं है।”
रेणुका शहाने ने कहा, “पीड़ित का धर्म और दुष्कर्मी का धर्म कभी भी कोई मायने नहीं रखना चाहिए। इसका कोई मतलब नहीं है। दुष्कर्म मानवता के खिलाफ अपराध है। भयावह है कि कुछ लोग दुष्कर्मियों का भी समर्थन कर सकते हैं। यकीन से परे जाकर स्तब्ध हूं। मानवता, तेरी आत्मा को शांति मिले।”