कठुआ गैंगरेप: पिता ने कही दिल घायल कर देने वाली बात- पहले जंगली जानवरों से डर लगता था, अब इंसानों से
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक नाबालिग बच्ची से मंदिर में गैंगरेप और उसकी हत्या के बाद सहमे पिता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार पिता ने कहा कि पहले सिर्फ जंगली जानवरों से डर लगता था लेकिन अब इंसानों से डर लगता है। बता दें कि देश को शर्मसार कर देने वाली घटना में भगवान का घर कहे जाने वाले मंदिर में अपराधियों ने एक आठ साल की बच्ची से कई दिनों तक बलात्कार किया। उसे नशे की गोलियां दी गई। बाद में बच्ची की हत्या कर दी है। घटना के बाद देशभर में हुए विरोध के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कठुआ में नाबागिक बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या तथा उत्तर प्रदेश में दुष्कर्म की घटना पर पहली बार शुक्रवार (13 अप्रैल, 2018) को कहा कि ऐसी घटनाओं से देश शर्मसार हुआ है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोनों मामलों में न्याय होगा और दोषी बच नहीं पाएंगे। जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव की घटनाओं पर मचे बवाल के बाद मोदी ने कहा, ‘देश में जिन घटनाओं पर पिछले दो दिनों से चर्चा हो रही है, वे सभ्य देश के लिए अच्छा नहीं हैं। यह शर्मनाक है।’ यहां आंबेडर राष्ट्रीय स्मारक के उद्घाटन के मौके पर मोदी ने कहा, ‘यह स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए शहादत दी। बतौर समाज व देश हम शर्मसार हैं।”
उन्होंने कहा, “देश या राज्य के किसी भी हिस्से में ऐसी घटनाएं मानवता को उद्वेलित करती हैं। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोई दोषी बच नहीं पाएगा। इंसाफ होगा। पूर्ण रूपेण न्याय होगा। बेटियों को इंसाफ मिलेगा। हमें साथ मिलकर इस बुराई को समाज से समाप्त करना होगा।” कठुआ के रसाना जंगल में घोड़ों को चराते समय आठ साल की एक बच्ची लापता हो गई थी। एक सप्ताह बाद दुष्कर्म के बुरे हालात में उसका शव बरामद हुआ था। जांच में पता चला कि उसे एक मंदिर में बंदी बनाकर रखा गया और नशीली दवा पिलाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया गया और आखिर में उसकी हत्या कर दी गई।
उन्नाव में एक 17 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सेंगर ने दुष्कर्म किया। उनका नाम केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दर्ज एफआईआर में दर्ज है। शुक्रवार को उनसे पूछताछ की गई। यह घटना तब प्रकाश में आई, जब उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने रविवार को खुद को आग के हवाले करने की कोशिश की। लड़की के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। विधायक के भाई और उसके साथियों द्वारा थाने में पिटाई किए जाने से पीड़िता के पिता की मौत हो गई।