कभी मार्क जुकरबर्ग पर इन जुड़वा भाइयों ने ठोका था केस, एक फैसले ने बनाया दुनिया का पहला खास अरबपति
मार्क जुकरबर्ग पर फेसबुक का आइडिया चुराने को लेकर जुड़वा भाई कैमरन और टेलर विंकलवॉस ने केस ठोक दिया था। इसके बाद फेसबुक के साथ इनका समझौता हुआ। समझौते में इन्हें 6.5 करोड़ डॉलर (करीब 4 अरब 18 करोड़ रुपए) की राशि मिली थी। यह राशि मिलने के बाद इसमें से 1.1 करोड़ डॉलर (करीब 70 करोड़ रुपए) साल 2013 में बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर दिए थे। तब से लेकर अब तक बिटकॉइन करीब 100 गुना (10,000 फीसदी) बढ़ चुका है। इन दोनों भाइयों द्वारा बिटकॉइन में निवेश की गई रकम अब एक अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है। यह बिटकॉइन से अरबपति बनने वाले दुनिया के पहले शख्स हैं। दोनों भाइयों ने अपना ऑनलाइन एक्सचैंज लॉन्च किया और उनका वेंचर कैपिटल भी है।
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसे हम आम भाषा में इंटरनेट करेंसी भी कह सकते हैं। इस करेंसी को हम अपने घर या अपने वॉलेट में नहीं रख सकते हैं, क्योंकि ये किसी तरह का नोट या कोई सिक्का नहीं है। इसलिए बिटकॉइन को आप सिर्फ ऑनलाइन ही इस्तेमाल कर सकते हैं। बिटकॉइन डी सेंट्रलाइज्ड है मतलब इस करेंसी को कंट्रोल करने के लिए कोई अथॉरिटी, गवर्नमेंट या कोई बैंक नहीं है।
ये पीयर टू पीयर नेटवर्क पर काम करता है। बिटकॉइन यूजर इस पर विश्वास करते हैं कि ये एक करेंसी है। इस तरह से ये एक ग्लोबल करेंसी बन गई है। बिटकॉइन का अविष्कार सतोषी नाकोमोतो ने साल 2009 में किया था इसके बाद से ये काफी पॉप्युलर करेंसी बन गई है। अगर बिटकॉइन की वेल्यू की बात करें तो आज की तारीख में 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 8,50,000 रुपए है। ऐसा नहीं है कि आपको अगर बिटकॉइन खरीदना है तो आपको 1 बिटकॉइन ही खरीदना पड़ेगा। दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सोतषी है और 1 बिटकॉइन 10,00,00,000 सोतषी के बराबर होता है। जैसे इंडियन करेंसी में 1 रुपए में 100 पैसे होते हैं वैसे ही 10 करोड़ सतोषी से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है।