कमल हासन बोले- सबको पाई-पाई लौटा दूंगा, नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाने के भी द‍िए संकेत

कई महीनों से राजनीतिक दल लॉन्च करने की तैयारी कर रहे अभिनेता कमल हासन ने कहा है कि इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक हैं और उन्हें ज्यादा सहनशील होना चाहिए। एक तमिल पत्रिका में लिखे अपने साप्ताहिक कॉलम में कमल हासन ने लिखा है कि उन्होंने कभी भी हिन्दू आतंकवाद की बात नहीं की। 63 साल के इस अभिनेता ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरा करने के भी संकेत दिये। कमल हासन ने लिखा है कि वे अपने फैंस के द्वारा भेजे गये सभी पैसे को लौटा देंगे जो उनके प्रशंसकों ने उन्हें पार्टी लॉन्च करने के लिए भेजा है। कमल हासन ने कहा, ‘लोग मुझे चिट्ठियां और पैसे भेजने लगे हैं, लेकिन यदि मैं इसे अभी लेता हूं तो ये अवैध होगा, इसलिए मैं इन पैसों को वापस भेज रहा हूं।’ हालांकि उन्होंने तुरंत आगे कहा, ‘इसका मतलब ये मत समझिए कि मैं पीछे हट रहा हूं, पैसे लेने से पहले मैं बुनियादी चीजें तैयार करना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा कि जैसे ही लोग पैसे भेजना शुरू कर दिये समझिए राजनीति पार्टी शुरू हो गई लेकिन मैं बकायदा सभी चीजें तैयार करना चाहता हूं ताकि मेरे बाद भी ये आंदोलन चलता रहे। कमल हासन ने कहा कि उनके समर्थकों ने लोगों की भलाई के लिए अबतक 30 करोड़ रुपये खर्च किये हैं।

वाराणसी दौरे की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने लोगों से मुलाकात की अपनी यात्रा शुरू कर दी है, इसे मैं अपने मुहिम का ही हिस्सा बनाउंगा, यदि वे लोग चाहते हैं कि मैं वाराणसी आऊं, तो मैं ऐसा करने से हिचकूंगा नहीं। मैं फिल्म हे राम की शूटिंग के दौरान भी वहां गया था।’ कांग्रेस पर शब्दों से खेलने का आरोप लगाते हुए कमल हासन ने कहा, ‘मैंने हिन्दू आतंकवाद नहीं कहा, मैं अपने फैन्स को टेरर फैन नहीं कहूंगा। शब्दों को मरोड़ना कांग्रेस का रूख है जो कि बीजेपी के खिलाफ है। मैं अभी कहता हूं कि कट्टरता फैल रही है, अतिवाद बढ़ रहा है लेकिन मैंने आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।’

कांग्रेस पर शब्दों से खेलने का आरोप लगाते हुए कमल हासन ने कहा, ‘मैंने हिन्दू आतंकवाद नहीं कहा, मैं अपने फैन्स को टेरर फैन नहीं कहूंगा। शब्दों को मरोड़ना कांग्रेस का रूख है जो कि बीजेपी के खिलाफ है। मैं अभी कहता हूं कि कट्टरता फैल रही है, अतिवाद बढ़ रहा है लेकिन मैंने आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।’ कमल हासन ने अपने लेख में आगे लिखा, ‘लोग कहते हैं कि तेल और पानी की तरह धर्म और कट्टरता को मत मिलाइए, लेकिन क्या दुनिया भर में हो रही हिंसा और दंगे के लिए धर्म कारण नहीं है। किसी को ये अधिकार नहीं है कि वह दूसरे को धर्म, दंगा और हिंसा के बारे में बोलने से मना करे। बता दें कि कुछ दिन पहले कमल हासन हिन्दू आतंकवाद शब्द का जिक्र कर विवादों में आ गये थे।

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