करेला, मेथी और अदरक सहित ये 5 नुस्खे डायबिटीज कंट्रोल करने में हैं मददगार, जानें कैसे
डायबिटीज ऐसा लाइफस्टाइल डिसीज है जिसमें खाने-पीने पर काफी परहेज करना पड़ता है। यह आपके साथ जीवन भर रहती है। डायबिटीज दो तरह का होता है। टाइप 1 डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन का निर्माण बिल्कुल भी नहीं होता जबकि टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन का निर्माण तो होता है लेकिन बेहद कम मात्रा में होता है। इसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन कुछ उपायों से इस पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जाती है। आज हम आपको 5 ऐसे आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में बताने वाले हैं जो डायबिटीज को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में मददगार होते हैं।
करेला – करेला ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। बेहतर परिणाम के लिए हर रोज 3-6 चम्मच करेले के जूस का सेवन करना चाहिए। फिलीपिंस के एक अध्ययन में डायबिटीज से ग्रस्त महिलाओं और पुरुषों को कैप्शूल के रूप में करेले का सेवन करने के लिए दिया गया था। तीन महीने के बाद करेले के कैप्शूल का सेवन करने वाले लोगों में उन लोगों के मुकाबले ज्यादा मात्रा में ब्लड शुगर में कमी देखी गई जो डायबिटीज के लिए प्रायोगिक दवाएं ले रहे थे।
मेथी – हर रोज 5-30 ग्राम मेथी भोजन के साथ लेने से ब्लड शुगर का स्तर कम होता है। मेथी में फाइबर की काफी मात्रा होती है। इसके आलावा इसमें एमीनो एसिड भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। मेथी के सेवन से शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है और हाई कोलेस्ट्रॉल में कम आती है।
अजवाइन की पत्ती – अजवाइन की पत्ती ब्लड शुगर लेवल कम करने में बहुत मददगार है।
अदरक – अदरक एंटी-डायबिटीक गुणों से भरपूर होता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार है। इंसुलिन सेंसिटिविटी और कोलेस्ट्रॉल लेवल को बेहतर बनाने में अदरक बेहद फायदेमंद है। इसके लिए हर रोज कम से कम 2-3 कप अदरक वाली चाय पीना लाभकारी होता है। इसके अलावा भोजन के साथ भी इसका सेवन किया जा सकता है।
करी के पत्ते – 2007 में हुए एक अध्ययन में बताया गया है कि करी के पत्ते डायबिटीज की प्रचंडता को कम करने का काम करते हैं। इसके लिए आप हर रोज सुबह खाली पेट करी के पत्ते को चबाएं। आप करी के पत्ते का पाउडर बनाकर उसे अपने सूप्स और सलाद में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।