कर्नाटकःकांग्रेस जीत सकती है सौ से अधिक सीट, आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट देख बीजेपी नेता हुए परेशान!
करीब छह सप्ताह के भीतर होने जा रहे कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस सौ से अधिक सीटें जीत सकती है। कहा जा रहा है यह खुलासा बीजेपी के आंतरिक सर्वे में हुआ है। जिससे भगवा खेमे में हलचल है। जिससे बीजेपी अब कर्नाटक के तटीय इलाकों में हिंदुत्व के एजेंडे को और धार देने में जुटी है। पार्टी नेताओं ने जातीय राजनीति को हिंदुत्व की राजनीति से पराजित करने की योजना बनाई है। ब्रांड मोदी मुहिम को भी कर्नाटक में परवान चढ़ाया जा रहा है। डेक्कन क्रोनिकल में छपी रिुपोर्ट के मुताबिक आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय मुख्यालय पहुंची है। जिसमें कहा गया है कि दागी बीएस येदुरप्पा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट करने से जनता में अच्छा संदेश नहीं गया है।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार येदुरप्पा से कहीं ज्यादा नरेंद्र मोदी रैलियां आयोजित करें तो ही पार्टी का बेड़ा पार हो सकता है।उधर बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड के जवाब में कांग्रेस कर्नाटक में भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रही है।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी गुजरात की तरह कर्नाटक के मंदिरों की परिक्रमा कर रहे हैं। राहुल गांधी मैसूर के प्रसिद्ध चामुंडी हिल्स में दर्शन-पूजन करने जा चुके हैं। उधर कर्नाटक की कांग्रेसी सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत कार्ड चलकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कहीं कांग्रेस लिंगायत समुदाय के वोटबैंक में जबर्दस्त सेंधमारी न करे ले, इसके लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समुदाय से जुड़े मठों और धार्मिक गुरुओं से संपर्क कर रहे हैं।
बता दें कि चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नागमोहन दास कमेटी की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने का फैसला किया। कर्नाटक में करीब 17 प्रतिशत लिंगायत समुदाय की आबादी है। उच्च जाति के लोग अमूमन बीजेपी और जनता दल सेक्यूलर को वोट करते हैं। बता दें कि दक्षिण भारत में कर्नाटक ही बीजेपी की इकलौती उम्मीद है, जहां वह मजबूत स्थिति में है। जबकि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरला और तमिलनाडु में पार्टी की हैसियत काफी कमजोर है।