कर्नाटकःजेल जा चुके पूर्व मंत्री कर रहे थे प्रचार, अमित शाह के पहुंचने से पहले बीजेपी नेताओं ने हटाया
माइनिंग कारोबारी और कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी को मोलकलमुरु स्थान उस वक्त छोड़ना पड़ा, जब बीजेपी नेतृत्व ने इस बाबत आर्डर दिया।दरअसल मोलकलमुरु में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का दौरा होने वाला था। कहीं दागी रेड्डी को लेकर विवाद न पैदा हो, इसके लिए अमित शाह के जाने से पहले ही उन्हें हट जाने को कहा गया।
खनन कारोबार में जेल जा चुके रेड्डी अपने नजदीकी मित्र बी श्रीरामलू के लिए हाल के दिनों में मोलकलुरु मे कैंपेनिंग कर रहे थे। नामांकन के लिए सड़क रैली में भी जनार्दन रेड्डी मौजूद थे। बीजेपी की रैलियों में लगातार जनार्दन रेड्डी की मौजूदगी से पिछले कुछ सप्ताह से विवाद पैदा हो रहा था।
लोकायुक्त संतोष हेगड़े की ओर से 2011 में बल्लरी खन न घोटाले की जांच में जनार्दन मुख्य आरोपी थे। जिसकेब बाद उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। इस समय वह बेल पर हैं। जमानत की शर्तों के मुताबिक वह खनन के गढ़ बल्लरी में नहीं जा सकते।बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हाल में स्पष्ट किया था कि जनार्दन रेड्डी का भाजपा से कोई संबंध नहीं है। अमित शाह ने ये बातें मैसूर में 31 मार्च की कैंपेनिंग के दौरान कही थी।
इसके बावजूद 21 अप्रैल को बीएस येदुरप्पा के साथ जनार्दन रेड्डी ने मंच साझा किया। इसके अलावा वे लगातार मोलकलमुरु के गांवों में अपने साथी श्रीरामलु के लिए कैंपेनिंग करते नजर आए हैं। उन्होंने अपने साथी श्रीरामलू की चुनाव में मदद के लिए बल्लरी और चित्रदुर्ग के बीच मकान भी ले रखा है। हालांकि बीजेपी इस मामले का बचाव करते हुए तर्क देती है कि जनार्दन रेड्डी बीजेपी नहीं बल्कि अपने मित्र श्रीरामलू की मित्र होने के नाते मदद कर रहे हैं।
चूंकि जनार्दन रेड्डी दागी हैं, इस नाते शाह उनके साथ नहीं दिखना चाहते। अमित शाह ने बल्लरी का शुक्रवार को दौरा इसलिए निरस्त कर दिया, ताकि वह रेड्डी परिवार से दूरी रख सकें। जनार्दन के भाई सोमशेखर रेड्डी बीजेपी के टिकट पर बल्लरी शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक-शाह के मोलकलमुरु दौरे से पहले जनार्दन रेड्डी को वहां से वहां से चले जानने को कहा गया। वह अपने अस्थाई मकान में भी उस दिन नजर नहीं आए। बता दें कि रेड्डी कांग्रेस की एक और शिकायत का सामना कर रहे हैं। उन्होंने श्रीरामलू की तुलना भगवान राम और सिद्धारमैया की रावण से कर दी थी।