कर्नाटक: कांग्रेस-जेडीएस में बनी सहमति, तय हुआ मंत्रीमंडल, 2019 में भी रहेंगे साथ

कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन की सरकार बनने के बाद आखिरकार यह तय हो गया है कि कौन सा मंत्रालय किस खेमे के पास रहेगा। शुक्रवार (1 जून) को सीएम एचडी कुमारस्वामी और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भविष्य की रणनीतियों और मंत्रीमंडल संबंधी बातें साझा कीं। प्रेस वार्ता में कहा गया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस साथ में रहेंगे। जेडीएस के पास वित्त मंत्रालय रहेगा। कुमारस्वामी ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार 6 जून को होगा। दोनों दलों में डील के मुताबिक इस बात पर सहमति बनी है कि कांग्रेस के पास 22 मंत्रालय रहेंगे, जिनमें गृह मंत्रालय, सिंचाई, स्वास्थ्य, कृषि और महिला एवं बाल कल्याण जैसे अहम मंत्रालय भी शामिल हैं। जेडीएस के पास 12 मंत्रालय होंगे, जिनमें वित्त और उत्पाद, पीडब्ल्यूडी, शिक्षा, पर्यटन और परिवहन आदि महत्वपूर्ण मंत्रालय शामिल हैं। दोनों ही पार्टियों के बीच मंत्रालयों की बंटवारे के अलावा कुमारस्वामी सरकार की स्थिरता के लिए समन्वय समिति, सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम पर भी बात हुई है।

बता दें कि नयी सरकार के सत्ता संभालने के दस दिन बीत जाने के बाद भी कुमारस्वामी मंत्रियों की पूरी टीम सामने नहीं ला सके थे। पूर्ण मंत्रिमंडल के गठन में देरी की वजह दोनों दलों के बीच विभागों खासकर वित्त और ऊर्जा जैसे विभागों के बंटवारे को लेकर रस्साकस्सी बतायी जा रही थी। 23 मई को इस नयी सरकार के शपथ ग्रहण के दौरान कुमारस्वामी के साथ केवल परमेश्वर ने उपमुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली थी। कुमारस्वामी ने 25 मई को ही विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित कर दिया था। पीटीआई के अनुसार शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्मयंत्री कुमारस्वामी ने नये मंत्रियों के शपथ ग्रहण की तारीखों पर चर्चा के लिए राजभवन में राज्यपाल वजूभाई वाला से मुलाकात की थी। उनके साथ उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जी परमेश्वर भी थे।

वजूभाई वाला से भेंट से पहले कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा था- ”हमने रविवार को मंत्रिमंडल का विस्तार करने की सोची थी लेकिन चूंकि राज्यपाल का दिल्ली जाने का पहले से कार्यक्रम तय है, इसलिए हम (दूसरे दिन के बारे में) उनसे अनुरोध करने जा रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा- ‘‘हम उनसे चार या पांच जून पर चर्चा करेंगे, हमें देखना होगा, क्योंकि सूचना है कि वह पांच जून को सुबह लौटेंगे.. इसलिए उनके कार्यक्रम के बारे में पता करने और उनकी इजाजत लेने के लिए हम उनसे मिलने जा रहे हैं।’’

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