कर्नाटक चुनाव: एसएम कृष्णा के भाजपा छोड़ फिर कांग्रेस में लौटने की अटकल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एस.एम.कृष्णा कांग्रेस का हाथ दोबारा थामेंगे। वह इस वक्त कांग्रेस में जाने को लेकर विचार कर रहे हैं। ये बातें हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि मंगलावर (10 अप्रैल) को इस अटकल पर कर्नाटक के राजनीतिक गलियारों में चर्चा होती रही। अभी तक इस मामले पर किसी प्रकार की पुष्टि नहीं हुई है। कृष्णा बीते साल ही भाजपा में शामिल हुए थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब देने से इन्कार कर दिया।
एएनआई ने कृष्णा के पार्टी बदलने के सवाल पर कर्नाटक के सीएम बोले, “मुझे नहीं पता।” एक अन्य कांग्रेसी नेता के.रहमान खान से भी इस बारे में प्रतिक्रिया ली गई। उन्होंने बताया, “पार्टी सभी का स्वागत करती है। लेकिन हमें अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।”
बता दें कि कृष्णा कर्नाटक से नाता रखते हैं। वह साल 1999 से 2004 के बीच राज्य के सीएम रहे हैं। कर्नाटक की राजनीति में उनका नाम अहम नेताओं की सूची में गिना जाता है। आयकर विभाग ने पिछले साल उनके बड़े दामाद वी.जी सिद्धार्थ के दफ्तर और आवास पर छापे मारे गए थे। सिद्धार्थ जाने-माने ‘कैफे कॉफी डे’ की चेन के मालिक हैं। छापेमारी के दौरान उनके ठिकानों से तकरीबन 650 करोड़ रुपए की अघोषित आय बरामद हुई थी।
कृष्णा के वापस कांग्रेस में लौटने की उड़ती खबरों को भाजपा के प्रवक्ता ए.प्रकाश ने बकवास बताया। उन्होंने इसे कांग्रेस की निराशा से जोड़ा। कहा, “यह खबर हताश कांग्रेसियों ने फैलाई है, जिन्हें अब एस.एम.कृष्णा की अहमियत मालूम चल चुकी है। कांग्रेस को जब उन्होंने अलविदा कहा था, तब पार्टी ने हर किस्म के आरोप उन पर मढ़े थे। अब वही लोग कृष्णा को याद कर रहे हैं।”
कृष्णा के पार्टी बदलने की खबर इस वक्त इसलिए भी अधिक तेजी से उड़ रही है, क्योंकि कर्नाटक में आगामी दिनों में चुनाव होने है। 12 मई को यहां 225 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों के लिए मतदान होगा, जबकि 15 मई को चुनाव का परिणाम आएगा।