कर्नाटक: जिस पर लगाया था उत्पीड़न का आरोप, उसे मिला टिकट तो बागी हुई महिला कांग्रेस नेता, जेडीएस को दिया समर्थन

कर्नाटक विधानसभा का चुनाव नजदीक है। इसी बीच खबर आयी है कि कांग्रेस द्वारा एक मौजूदा विधायक को टिकट देने से कांग्रेस की ही एक महिला नेता बागी हो गई हैं और उन्होंने उस सीट पर जनता दल (सेक्यूलर) के उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। मामला बेंगलुरु की राजराजेश्वरी नगर सीट का है। जहां से कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक एन.मुनीरत्ना नायडू को फिर से टिकट दिया है। लेकिन पार्टी के इस फैसले से बेंगलुरु की एक कॉरपोरेटर और कांग्रेस नेता आशा सुरेश नाराज हो गई हैं। अब आशा, पार्टी के इस फैसले से नाराज जद(स) के उम्मीदवार आर.रामचंद्र का खुलेआम समर्थन कर रही हैं। आशा ने सार्वजनिक रुप से कहा है कि वह चाहती हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवार को इस सीट से हार मिले।
क्या है विरोध का कारणः दरअसल बीते साल मई माह में आशा सुरेश समेत 3 महिला कॉरपोरेटरों ने एन.मुनीरत्ना नायडू पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए खुदकुशी करने की धमकी दी थी। आशा सुरेश के अलावा अन्य दो कॉरपोरेटर ममता वासुदेव (जद(स)) और मंजुला नारायणस्वामी (भाजपा) का नाम शामिल है। यही वजह है कि जब कांग्रेस ने राजराजेश्वरी नगर से एन.मुनीरत्ना नायडू को अपना उम्मीदवार घोषित किया तो आशा सुरेश ने इसकी आलोचना करते हुए अपने समर्थकों से जनता दल (सेक्यूलर) के उम्मीदवार को समर्थन देने की अपील की है। आशा सुरेश का कहना है कि मुनीरत्ना नायडू ने बीते 5 सालों तक मेरा शोषण किया और मुझे धोखा दिया। उन्होंने मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ 20 मुकदमें दर्ज करा दिए। मैने इस बारे में मुख्यमंत्री, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष समेत सभी जगह शिकायत की थी। बता दें कि कांग्रेस नेता मुनीरत्ना नायडू का विवादों से पुराना नाता रहा है। करोड़ो रुपए के फर्जी बिल मामले में सीआईडी आरोपी विधायक के खिलाफ जांच कर ही रही है। इसके अलावा साल 2010 में बेंगलुरु में गवर्नमेंट वेटरनरी कॉलेज की दीवार गिरने से एक मासूम की मौत हो गई थी, यह दीवार भी आरोपी विधायक मुनीरत्ना की सिविक कॉन्टरेक्टर कंपनी द्वारा ही बनायी गई थी।
जनता दल उम्मीदवार का समर्थन करने पर आशा सुरेश का कहना है कि मैं कांग्रेस पार्टी को नहीं छोड़ रही हूं, अगर पार्टी मुझ पर कोई कारवाई करती है तो मैं बाद में देखूंगी कि क्या करना है। वहीं आशा सुरेश के इस कदम पर पार्टी प्रवक्ता एश्वर्या मनचनाहल्ली का कहना है कि पार्टी नेतृत्व आशा सुरेश से बात करेगा। हालांकि चुनावों में टिकट वितरण के दौरान इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन पार्टी के लिए हर कार्यकर्ता उतना ही महत्वपूर्ण है, जितने कि कोई सीएम। आशा सुरेश की बात सुनी जाएगी और सौहार्दपूर्ण तरीके से इसे निपटाया जाएगा।