कर्नाटक बीजेपी नेता का ऐलान- जीते तो आएंगे गायों के अच्छे दिन, उनकी सुरक्षा है मुख्य चुनावी मुद्दा
‘सबका साथ, सबका विकास’ का दावा करने वाली भाजपा के लिए कर्नाटक विधानसभा चुनावों में यह मुख्य चुनावी मुद्दा नहीं होगा। राज्य की विपक्षी पार्टी गौरक्षा के नाम पर लोगों से वोट मांगेगी। बीजेपी ने ऐलान किया है कि पार्टी के सत्ता में आने पर गायों के अच्छे दिन आएंगे। विधानपरिषद में विपक्ष के नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस. ईश्वरप्पा ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए गायों की रक्षा मुख्य मुद्दा होगी। ईश्वरप्पा ने सोमवार (9 अप्रैल) को कहा था कि भाजपा के शासन में आने पर मवेशियों की तस्करी और अवैध तरीके से काटने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून लाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में रहते हुए कर्नाटक गौहत्या रोकथाम एवं संरक्षण (संशोधन) विधेयक लाया गया था। इसके तहत भारतीय संस्कृति में पूजनीय गायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रावधान किया गया था। ईश्वरप्पा ने बताया कि विधानसभा ने विधेयक को पारित कर दिया था, लेकिन तत्कालीन राज्यपाल और कांग्रेस नेता हंसराज भारद्वाज के असहयोग के कारण यह कानून नहीं बन सका था।
सख्त कानून लाने का वादा: ईश्वरप्पा ने सत्ता में आने पर गौहत्या पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून लाने का भी वादा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर गायों को काटने वाले बूचड़खानों को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में राज्यभर में मवेशियों की तस्करी और उसे अवैध तरीके से काटने की घटनाएं बेहद आम हो गई हैं। कांग्रेस सरकार इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। एक सवाल के जवाब में ईश्वरप्पा ने कहा कि वह बीफ खाने के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि पशुओं की तस्करी और उसे अवैध तरीके से काटने के विरोधी हैं।
‘कांग्रेस राज में हुई 21 हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की हत्या’: ईश्वरप्पा ने कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी पर संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में पिछले चार वर्षों में 21 हिंदूवादी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। भाजपा नेता ने इसके पीछे राष्ट्रविरोधी ताकतों का हाथ बताया। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर दुष्कर्म जैसी जघन्य घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कानून लाया जाएगा। बकौल ईश्वरप्पा राजस्थान और मध्य प्रदेश में इसको लेकर बेहद सख्त कानूनी प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि हिंदू और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने पूर्व में मवेशियों को अवैध तरीके से काटने और महिलाओं के खिलाफ बढ़ी यौन हिंसा पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून लाने की मांग कर चुके हैं।