कर्नाटक: 12 कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद सड़क पर उतरी BJP, हिरासत में लिये गये येदियुरप्पा
भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में आज (7 सितंबर) सड़कों पर है। पार्टी ने मंगलौर में विशाल बाइक रैली का आयोजन किया है। हालांकि प्रशासन ने बीजेपी को रैली आयोजित करने की अनुमित नहीं दी थी। बीजेपी कार्यकर्ता जब मंगलौर में डिस्ट्रिक्ट केलेक्टर के ऑफिस की ओर बढ़ रहे थे तभी पुलिस ने वहां मौजूद कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष येदियुरप्पा समेत बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बीजेपी दक्षिण कन्नड जिले में अपने 12 कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। येदियुरप्पा ने कहा कि अगर कांग्रेस के मुध्यमंत्री सिद्धारमैया राज्य में कानून व्यवस्था दुरुस्त नहीं कर सकते हैं तो उन्हे इस्तीफा दे देना चाहिए।मंगलौर पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को नेहरु मैदान में 11 बजे सुबह से लेकर 2 बजे तक प्रदर्शन की इजाजत दी थी लेकिन उन्हें बाइक रैली की परमिशन नहीं थी।
राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम आर अशोक ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को कहा आपलोग आगे बढ़िए, अगर पुलिस कहती है कि तुमलोगों को गिरफ्तार करेंगे तो उनसे पूछिए गिरफ्तारी का वारंट कहा है? इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता डीसी ऑफिस की ओर बढ़ने लगे तभी पुलिस ने येदियुरप्पा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव है। इस चुनाव में बीजेपी वापसी की पुरजोर कोशिश कर रही है। भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से जुड़े इस्लामिक संगठनों को जिम्मेदार मानती है। बीजेपी का कहना है कि पिछले दो सालों में आरएसएस और बीजेपी से जुड़े 12 लोगों की हत्या की जा चुकी है। बीजेपी इन हत्याओं की सीबीआई अथवा एनआईए से जांच की मांग कर रही है। इसी सप्ताह कर्नाटक पुलिस ने 2000 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा था जो बैंगलुरु से मंगलौर तक बाइक रैली में जाने के लिए निकले थे। पुलिस का कहना था कि इनके पास रैली के लिए इजाजत नहीं है।
पिछले महीने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक दौरे पर थे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या का मामला प्रमुखता से नहीं उठाने के लिए पार्टी नेतृत्व को डांट लगाई थी। इसके बाद बीजेपी की सक्रियता बढ़ी है।सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि बीजेपी राज्य में विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रही है। सीएम ने कहा कि बीजेपी की मंगलौर रैली से साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। मंगलौर के आस पास के इलाके में आरएसएस और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच कई बार भिडंत हो चुकी है।