कश्मीर: गांववालों का आरोप- फौजियों ने हमारे घर की तोड़फोड़, आगजनी; सेना बोली- हम पर फेंके पत्थर
उत्तरी कश्मीर के हाजिन में रहने वाले लोगों ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि बुधवार को सैकड़ों सैन्यकर्मी उनके घरों में घुस आए और तोड़फोड़ व आगजनी की। लोगों का आरोप है कि जवानों ने गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और खिड़कियों को भी तोड़ दिया। यह घटना सुबह करीब 11.30 बजे हुई। वहीं सेना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसके जवान हाजिन के पड़ोसी इलाके बोनमोहल्ला में पेट्रोलिंग कर रहे थे। यहां के स्थानीय लोगों ने कहा कि जब गांव के युवाओं ने सेना पर पत्थर फेंके तो जवानों ने गोलियां चलाईं, जिसमें तीन ग्रामीण जख्मी हो गए। इसके अलावा बोनमोहल्ला में आग बुझाने पहुंचे तीन अग्निशमन कर्मी भी पत्थरबाजी में घायल हो गए।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक रक्षा प्रवक्ता राजेश कालिया ने कहा कि जब सैन्य कर्मी हाजिन से गुजर रहे थे तो उन पर भीड़ ने पत्थरबाजी की। पेट्रोल पार्टी के कमांडर ने भीड़ को चेतावनी भी दी। लेकिन लोग नहीं माने और इसमें 3 जवान घायल हो गए। अंतिम चेतावनी देने के बाद लोगों को तितर-बितर करने के लिए हवा में फायरिंग की गई। कालिया ने कहा, उन्हें नहीं मालूम कि किसने लोगों के घरों की खिड़कियां तोड़ीं, गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और आगजनी की। एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कुछ युवाओं ने बोनमोहल्ला में आर्मी की पेट्रोलिंग पार्टी पर पत्थर बरसाए। ”चूंकि आर्मी के बाद दंगाइयों से निपटने की सामग्री नहीं थी, इसलिए उन्होंने हवा में फायरिंग की, जिससे एक प्रदर्शनकारी घायल हो गया”।
पुलिस अफसर ने कहा, मुमकिन है कि शरारती तत्वों ने झाड़ियों में आग लगाकर इल्जाम सेना पर लगा दिया हो। उन्होंने कहा कि जब फायर और इमरजेंसी डिपार्टमेंट ने बोनमोहल्ला की ओर फायर ब्रिगेड भेजी तो उस पर भी लोगों ने पत्थर बरसाए, जिसमें आग बुझाने वाले भी घायल हो गए। उन्होंने कहा कि गांववालों ने आग बुझाने वालों को काम करने से भी रोका। इस विरोध-प्रदर्शन के कारण हाजिन गुरुवार को बंद रहा।