‘कश्मीर घाटी में 250-275 आतंकी मौजूद, 200 और पीओके शिविरों में’
कश्मीर घाटी में कम से कम 250 से 275 आतंकवादी मौजूद हैं और दो सौ से ज्यादा आतंकी सीमा पार पाकिस्तानी शिविरों (लॉन्च पैड्स) में मौजूद हैं, जो भारत में घुसपैठ के लिए मौके की ताक में हैं। इन सूचनाओं के मद्देनजर घाटी में सेना समेत सभी सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। श्रीनगर में मुख्यालय वाले सेना के चिनार कोर (15 कोर) के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट ने बारामूला पुलिस ग्राउंड में एक आयोजन के दौरान मीडिया को बताया कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट लागू होने व प्रदेश में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद हालात काफी हद तक नियंत्रण में आए हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट के मुताबिक, 30 अन्य आतंकियों के सीमा पार पाकिस्तानी चौकियों में मौजूद होने की जानकारी भी मिली है। इन आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए विभिन्न जगहों पर पाकिस्तानी फौज संघर्षविराम उल्लंघन कर रही है। हालांकि, हाल के दिनों में सेना व सुरक्षा बलों के द्वारा उठाए गए कई कदमों से हालात में काफी हद तक फर्क पड़ा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो को जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष दस्ते (एसओजी) के साथ जगह-जगह तैनात किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में 28 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है। इसी क्रम में सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के बारे में खुफिया जानकारियां मिल रही हैं। उन जानकारियों के आधार पर सुरक्षा बल अपनी रणनीति रोज के आधार पर तैयार कर रहे हैं। भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान सोशल मीडिया के जरिए जम्मू-कश्मीर में दुष्प्रचार की कोशिश कर रहा है। इसके मद्देनजर भी विशेष रणनीति बनाई गई है।
लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट के मुताबिक अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू में यात्रा के आधार शिविर भगवती नगर से लेकर बाबा बर्फानी की मुख्य गुफा तक प्रशासन, पुलिस और केंद्रीय एजंसियों ने यात्रियों को सहूलियत देने के लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय एजंसियों, सेना और राज्य पुलिस के जवानों को जिम्मेदारी देने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा पहली बार एनएसजी कमांडो को भी सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।