कांग्रेसी प्रवक्ता ने इंदिरा गांधी को बताया सरदार पटेल से बड़ा नेता तो भड़का एंकर, बोला- अब क्यों डर रहे हैं
31 अक्टूबर यानी मंगलवार को देश भर में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि भी मनाई गई। बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने सरदार पटेल और इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी। बीजेपी अक्सर ही कांग्रेस पर सरदार पटेल के योगदान और भारत के एकीकरण में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका को भुलाने का आरोप लगाते आई है। इसी मुद्दे पर मंगलवार को हिंदी चैनल न्यूज 18 इंडिया में डिबेट कराई गई थी, जहां कांग्रेस प्रवक्ता ने इंदिरा को सरदार पटेल से ज्यादा बड़ा नेता बताया था, जिस पर डिबेट का संचालन कर रहे एंकर काफी भड़क गए।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्विटर पर ये वीडियो पोस्ट कर कहा, ‘कांग्रेस के लिए इंदिरा गांधी सरदार पटेल से ज्यादा बड़ी नेता हैं। सरदार पटेल के प्रति कांग्रेस पार्टी की नफरत एक बार फिर सबके सामने आ गई।’ दरअसल मंगलवार को हुई डिबेट का विषय ‘गांधी परिवार पर अपने फायदे के लिए पटेल को भुलाने का आरोप सही है?’ था। इस बहस में जब एंकर सुमित अवस्थी ने मोबाइल पर कांग्रेस दफ्तर की तस्वीर दिखा कर सवाल किया था कि इस फोटो में इंदिरा गांधी की तस्वीर बड़ी है और पटेल जी की फोटो उनसे छोटी है, ऐसा क्यों? जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा था कि इंदिरा गांधी सरदार पटेल से बड़ी नेता हैं, क्योंकि वह देश की प्रधानमंत्री थीं। इस बात पर एंकर अवस्थी ने भड़कते हुए कहा, ‘आपने अपनी जुबान से यह बात कही है कि इंदिरा गांधी सरदार पटेल से बड़ी नेता हैं, तो फिर अब आप डर क्यों रहे हैं?
इसी डिबेट में शामिल आरएसएस के विचारक राकेश सिन्हा ने कहा, ‘मरणोपरांत भारत रत्न तीन लोगों को दिया गया था सरदार पटेल से पहले। के. कामराज, बाबा साहब अंबेडकर और एमजी रामचंद्रन को, सरदार पटेल को काफी बाद में दिया गया। कांग्रेस ने भारत रत्न लटका कर रखा और लाचारी में आकर के सरदार को भारत रत्न दिया।’
बता दें कि बीजेपी ने इससे पहले भी कांग्रेस पर सरदार पटेल को भुलाने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘पहले के लोगों ने सरदार पटेल के योगदान और उनकी अहम भूमिका को भुलाने की बहुत कोशिशें की थीं।’ हालांकि मोदी के इन आरोपों पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है। ये गलत है। हमने कभी भी सरदार पटेल के योगदानों की अनदेखी नहीं की।’