कांग्रेस ‘अस्तित्वगत संकट’ से जूझ रही है: जयराम रमेश
“नीतीश कुमार पर बोलते हुए जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश के बीजेपी में चले जाने से बीजेपी विरोधी गठबंधन को झटका लगा।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस पहली बार ‘अस्तित्त्वगत संकट’ से जूझ रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपाअध्यक्ष अमित शाह की चुनौतियों से निपटने के लिए कांग्रेस को सामूहिक प्रयास करना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पुराने तरीके मोदी और शाह के खिलाफ काम नहीं करेंगे। उन्होंने कांग्रेस को प्रासंगिक बनाने के लिए पद्धति में लचीलापन लाने की बात कही। जयराम रमेश ने बताया कि हां, कांग्रेस पार्टी बहुत गंभीर संकट से जूझ रही है।
उन्होंने कहा, “पार्टी ने चुनावी संकट 1996 से 2004 तक झेला जब तक यह सत्ता से बाहर रही। पार्टी ने इमरजेंसी के बाद 1977 में भी चुनावी संकट झेला था।” अहमद पटेल की राज्य-सभा सीट सुनिश्चित कराने के लिए कांग्रेस विधायकों को कर्नाटक के एक रेसॉर्ट में रखे जाने पर उन्होंने कहा, “भाजपा ने पहले भी विधायकों को इधर से उधर किया है। भाजपा चुनाव में अवैध तरीके अपनाती है।”
बीजेपी विरोधी गठबंधन को लगा झटका
जयराम रमेश ने कांग्रेस के इस कदम का समर्थन किया। उन्होंने यह भी कहा, “कांग्रेस पार्टी को समझना होगा कि भारत बदल गया है। पुराने नारे, पुराने तरीके काम नहीं करेंगे।” राहुल गांधी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर राहुल कब पदभार संभालेंगे, इसका उन्हें ठीक-ठीक अंदाजा नहीं है। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि 2015 में ऐसा होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर लगा 2016 में ऐसा होगा लेकिन नहीं हुआ। अब मुझे लगता है 2017 के अंत तक ऐसा हो सकता है।”
नीतीश कुमार पर बोलते हुए जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश के बीजेपी में चले जाने से बीजेपी विरोधी गठबंधन को झटका लगा। इसे रमेश ने जनमत से धोखा बताया। जयराम रमेश, राज्य सभा में कर्नाटक से आते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल कर्नाटक में कांग्रेस का पुनरुत्थान होगा, जैसा 40 साल पहले 1978 में चिकमगलूर लोकसभा सीट में हुआ था, जिसने इंदिरा गांधी को फिर से राजनैतिक जीवनदान दिया था क्योंकि इमरजेंसी के बाद वे रायबरेली सीट हार गई थीं।