कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में अरविंद केजरीवाल को न्योता नहीं, प्रणब मुखर्जी को भी नहीं बुलाया!
RSS के कार्यक्रम से लौटे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस की इफ्तार की पार्टी के लिए न्योता नहीं मिला है। हालांकि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी राहुल के गेस्ट सूची से गायब हैं। राहुल गांधी 13 जून को 2 साल के फासले के बाद दिल्ली में इफ्तार पार्टी आयोजित कर रहे हैं। दिल्ली के आलीशान ताज होटल में होने वाले इस धार्मिक सह राजनीतिक जुटान में कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी निमंत्रण नहीं भेजा है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से अगले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की चर्चाएं सुनने में आ रही थी।
इस लिस्ट में वो सभी नाम शामिल हैं जिन्हें सोनिया गांधी ने कुछ दिन पहले अपने डिनर में बुलाया था। माना जा रहा था सोनिया गांधी इस डिनर के जरिये नरेंद्र मोदी और अमित शाह को टक्कर देने के लिए विपक्ष के नेताओं को कांग्रेस के नेतृत्व में गोलबंद करना चाहती है। हालांकि विपक्ष किस राजनीतिक शख्सियत या दल के बैनर तले एकजुट होगा इस पर कोई चर्चा नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी इफ्तार के बहाने एक बार फिर से राजनीतिक दलों से संवाद स्थापित करना चाहते हैं। चूंकि इफ्तार पार्टी के लिए निमंत्रण पत्र कम समय में बांटे गये हैं, इसलिए कहा गया है कि अगर पूर्व व्यस्तताओं की वजह से खुद आमंत्रित व्यक्ति नहीं सकते तो वह अपने प्रतिनिधि को भी भेज सकते हैं।
बता दें कि मेहमानों की सूची में प्रणब मुखर्जी का नाम नहीं होने से दबी जुबान कई तरह की चर्चाएं हो रही है। प्रणब मुखर्जी ने 7 जून को आरएसएस मुख्यालय नागपुर में संघ के कार्यकर्याओं को संबोधित किया था। जब प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस का निमंत्रण स्वीकार किया था तो कांग्रेस के कई नेताओं जैसे, अहमद पटेल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी ने पूर्व राष्ट्रपति के इस फैसले पर सवाल उठाये थे। अहमद पटेल ने कहा था कि प्रणब दा से ये अपेक्षित नहीं था। हालांकि प्रणब दा ने जब अपना भाषण समाप्त किया था तो कांग्रेस ने उनके बयान की तारीफ की। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने संघ को आईना दिखाया है।