कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माखनलाल फोतेदार का निधन, गांधी परिवार के माने जाते थे करीबी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले माखनलाल फोटेदार का गुरुवार को निधन हो गया। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक फोटेदार का निधन गुरुग्राम में हुआ है। पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे माखनलाल फोटेदार फोटेदार काफी लंबे समय तक कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रहे। इसके बाद उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी का स्थाई सदस्य बना दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने माखनलाल फोटेदार के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फोतेदार के निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘उनके पांच दशक के लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने लोगों के अधिकार के लिए अथक संघर्ष किये और पूरी गंभीरता के साथ उनकी सेवा की।’ सोनिया ने कहा कि फोतेदार कांग्रेस पार्टी के लिए मार्गदर्शन करने वाले व्यक्तित्व थे और उनके स्थान को कभी नहीं भरा जा सकता।
मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले फोतेदार को 1950 के दशक में जवाहरलाल नेहरू राजनीति में लेकर आये थे और उन्होंने धीरे धीरे कांग्रेस में अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली थी। बाद में वह पार्टी में काफी मजबूत हो गये। इंदिरा गांधी ने 1980 में उन्हें अपना राजनीतिक सचिव बनाया था। उनकी मृत्यु के बाद राजीव गांधी ने भी उन्हें तीन वर्ष तक अपना राजनीतिक सचिव बनाये रखा और बाद में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया। 18 साल पहले सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद वे उनके सलाहकार भी बने थे। फोटेदार ने ‘The Chinar Leaves’ नाम से एक किताब भी लिखी थी।
फोटेदार कांग्रेस में प्रियंका गांधी की एंट्री के समर्थक रहे थे। उन्होंने अपने किताब ‘The Chinar Leaves’ में भी लिखा था कि इंदिरा गांधी ने अपनी पोती प्रियंका गांधी में अपना उत्तराधिकारी देखा था। उन्होंने कहा था कि लोग प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं।
फोटेदार जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व सदस्य रहे हैं। उन्होंने साल 1967 से 1977 तक पहलगाम विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व किया। वे दो बार राज्यसभा सांसद रहे और एक बार केंद्रीय मंत्री रहे। राजीव गांधी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था।