कांग्रेस नेता और पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मानी टैक्स बकाया होने की बात
कांग्रेस नेता और पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवोजत सिंह सिद्धू ने आयकर विभाग द्वारा उनके दो बैंक अकाउंट सीज किए जाने के कदम को अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल की साजिश बताया है। इसके साथ ही उन्होंने टैक्स बकाया होने की बात भी कबूल की है। इंडियन एक्सप्रेस को सिद्धू ने बताया कि उन्हें जैसे ही इस बात का पता चला था कि कुछ टैक्स बाकी है उन्होंने तुरंत ही उसे चुकता कर दिया था।
सिद्धू ने कहा, ‘उन्होंने मुझे इनकम टैक्स नोटिस मेरे पटियाला और दिल्ली निवास पर भेजा था, लेकिन दोनों ही जगहों पर अब मैं नहीं रहता हूं, इसलिए इसके बारे में मुझे कुछ पता नहीं चला। करीब एक महीने पहले उन्होंने मेरे बैंक को नोटिस भेजा और अकाउंट सीज करने की बात कही। उस वक्त मुझे पता चला कि कुछ टैक्स बाकी है और मैंने तुरंत ही उसे चुकता कर दिया। उस दिन सब कुछ क्लीयर हो गया था।’ सिद्धू का कहना है कि उन्होंने करीब 3 करोड़ रुपए इनकम टैक्स के रूप में दिए थे, लेकिन एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व क्रिकेटर के ऊपर 52 लाख रुपए का टैक्स बकाया था।
पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने अकाली दल के नेता पर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों का इस्तेमाल करके उनके ऊपर हमला करने का आरोप लगाया। सिद्धू का कहना है कि बादल ने उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रची थी। उन्होंने कहा, ‘क्या आप सोच सकते हैं कि जो व्यक्ति 40-50 लाख रुपए ऐसे ही दे देता है, वह कुछ लाख रुपए का टैक्स नहीं चुकाएगा? यह सब बादल द्वारा रची गई एक साजिश थी। इस पर तो प्रतिक्रिया देना भी बेकार है।’
आपको बता दें कि बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने टैक्स रिटर्न में यात्रा पर 38 लाख, स्टाफ सैलरी पर 47 लाख, कपड़ों पर 28 लाख और फ्यूल पर 18 लाख से ज्यादा का खर्च दिखलाया था। उनके ऊपर आरोप है कि सिद्धू ने इन सभी खर्चों की बात तो कही लेकिन इनकम टैक्स विभाग को बिल नहीं दिखलाया। विभाग का कहना है कि सिद्धू को अपने बकाया टैक्स का भुगतान करना होगा या फिर इन सभी खर्चों का बिल विभाग के सामने पेश करना होगा।