कांग्रेस नेता ने पूछा- क्या पीएम मोदी जामा मस्जिद में माफी मांगेंगे? अमित शाह ने दिया ये जवाब
गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान होने से ठीक पहले वर्ष 1992 और सिख दंगों का मुद्दा सामने आ गया है। पंजाब से कांग्रेस के नेता चरण सिंह सपरा ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1992 में हुए दंगों के लिए जामा मस्जिद में जाकर माफी मांगेंगे जैसा सोनिया गांधी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में जाकर किया था। उनके इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनावी फायदे के लिए इन मुद्दों को छेड़ रही है।
समाचार चैनल न्यूज-18 के एक कार्यक्रम में चरण सिंह ने दंगों का राग छेड़ा। उन्होंने कहा, ‘न तो मेरी पार्टी और न ही मैंने कभी भी 1984 के दंगों का समर्थन किया। सोनिया गांधी स्वर्ण मंदिर जाकर मीडिया के सामने उसके लिए माफी मांगी थी। मनमोहन सिंह ने संसद में खेद प्रकट किया था। क्या नरेंद्र मोदी जामा मस्जिद जाकर 1992 के दंगों के लिए माफी मांगेंगे?’ तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या किए जाने के बाद दंगा भड़क उठा था। इसी तरह वर्ष 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद देश के कई हिस्सों में दंगे भड़क गए थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चरण सिंह के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को 2002 के दंगों के लिए जामा मस्जिद जाकर माफी मांगनी चाहिए। पूरा देश जानता है कि 2002 के दंगों में कांग्रेस से प्रेरित एनजीओ ने जितने भी फर्जी आरोप लगाए थे। सभी मामलों में मोदी जी पर कोई भी आरोप सिद्ध् नहीं हुआ।’
शाह यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि जिग्नेश मेवानी द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से पैसे लेने की तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं। बकौल भाजपा प्रमुख, पीएफआई हमेशा से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जिसका संबंध राष्ट्रविरोधी संगठन से है और कांग्रेस उसके लिए सीट छोड़ती है। चरण सिंह सपरा का यह बयान ऐसे समय आया है जब गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अपने चरम पर है। पहले चरण के लिए हुए मतदान में तकरीबन 68 प्रतिशत लोगों ने मत डाले थे।