“कांग्रेस” याद नहीं रख पाई शहीदों के बलिदान दिवस को और ट्विटर पर उड़वाया अपना ही मज़ाक
नई दिल्ली : देश और दुनिया के इतिहास के पन्नों में कई महत्वपूर्ण घटनाएं 23 मार्च की तारीख पर दर्ज हैं, लेकिन भारतीय इतिहास में यह दिन एक काला दिन है. इस दिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी. आज का दिन भारतीय लोग शहीद दिवस के तौर पर मनाते हैं और देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अपने वीर सपूतों को याद करते हैं. शहीद दिवस के मौके पर कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर एक ऐसी फोटो को शेयर किया है, जिसने एक बार फिर उसकी मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कांग्रेस वीर सपूतों के बलिदान का दिन भूल गई है और 23 मार्च की जगह उसे 24 मार्च बता दिया है. कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘आज हम शहीद भगत सिंह, शहीद सुखदेव और शहीद राजगुरु के जीवन का सम्मान करते हैं. उन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया और अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से लड़े. आज हम जिन स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं, वे काफी हद तक उनकी बहादुरी के कारण हैं. लेकिन इस पोस्ट के साथ जो तस्वीर शेयर की गई है, उसमें 24 मार्च की तारीख लिखी हुई है.
कांग्रेस द्वारा देश के शहीदों का बलिदान दिवस याद न रखें जाने पर सोशल मीडिया पर पार्टी का मजाक उड़ाया जा रहा है. लोग इसे कांग्रेस की गलती नहीं बल्कि राष्ट्रवादी धारणा से जोड़ रहे हैं. एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, जिन भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को कांग्रेस ने कभी शहीद नहीं माना और न उचित सम्मान दिया आज उन्हीं शहीदों को मजबूरी में श्रद्धांजलि देनी पड़ रही हो तो तारिखों में चूक होना स्वाभाविक है.