कातिल भीड़ के हत्थे चढ़े रकबर के जिस्म में थे 13 जख्म- पढ़िए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
राजस्थान के अलवर में गोतस्करी के आरोप में भीड़ ने इतना पीटा था कि शरीर कई जगहों से टूट गया। अपने जिस्म पर 13 जख्म देख वह सिहर उठा । चोटों से अपार दुख और इससे लगे सदमे के चलते उसकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्युपूर्व चोटों के चलते सदमे से मौत की बात कही गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक आठ जगहों पर रकबर का शरीर मसल उठा था, दो हिस्सों पर गंभीर खरोंच के निशान थे। जबकि कलाई और जांघ की हड्डी भी टूट गई थी। इन सब वजहों से अपार दर्द को रकाब बर्दाश्त नहीं कर सका। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के पैनल ने कहा-सभी सदस्यों ने सावधानीपूर्वक शव का परीक्षण किया। सभी एकमत रहे कि मौत गंभीर चोटों के चलते सदमे से हुई।
घटना के मुताबिक गोतस्कर होने की आशंका पर रकबर और उसके दोस्त को गांववालों ने रोक लिया था। इस दौरान दोस्त असलम भागने में जहां सफल रहा, वहीं गांववालों ने डंडे से रकबर को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। हाथ, पैर सहित शरीर के कई अन्य हिस्सों में गंभीर चोटे पहुंचीं। सूचना पाकर पहुंची पुलिस उसे जीप से रामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को दिए बयान में मृतक रकबर के दोस्त असलम ने कहा कि हमलावरों को एक विधायक का संरक्षण हासिल है, इस नाते बेखौफ हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक महज चार किलोमीटर दूर अस्पताल तक घायल रकबर को पुलिस वाले ढाई घंटे में लेकर पहुंचे। घायल जीप में पड़ा था, बावजूद इसके पुलिसवाले उसे जल्दी अस्पताल पहुंचाने के चाय पीने के लिए रास्ते में उतरे। यही नहीं गायों को गौशाला पहुंचाने का काम पहले किया और बाद में रकबर को अस्पताल लेकर पहुंचे। बाद में स्पेशल डीजी एनआरके रेड्डी ने घटना में पुलिस की चूक स्वीकार की और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए उच्चस्तरीय जांच बैठाई।