कार्ति-इंद्राणी से चार घंटे तक आमने-सामने पूछताछ
आइएनएक्स मीडिया मामले की सीबीआइ जांच के तहत कार्ति चिदंबरम को रविवार को यहां भायखला जेल लाया गया और उनका इंद्राणी मुखर्जी के साथ आमना सामना कराया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम को सीबीआइ की छह सदस्यीय टीम करीब सवा ग्यारह बजे मध्य मुंबई की भायखला जेल लेकर आई। कार्ति का इंद्राणी मुखर्जी से आमना-सामना कराया गया और सीबीआइ टीम ने करीब चार घंटे तक दोनों से पूछताछ की। आइएनएक्स मीडिया (पी) लिमिटेड की पूर्व निदेशक इंद्राणी फिलहाल शीना बोरा हत्या मामले में जेल में बंद हैं। पूछताछ के बाद सीबीआइ टीम जेल से कार्ति चिदंबरम को साथ लेकर मुंबई हवाई अड्डे चली गई।
जेल के अंदर जाते समय कार्ति ने बाहर खड़े मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। कार्ति चिदंबरम और मुखर्जी से सीबीआइ ने आइएनएक्स मीडिया सौदे की अपनी जांच के तहत पूछताछ की। इस सौदे में कार्ति को कथित रूप से रिश्वत मिली थी। अधिकारियों के अनुसार दोनों से पूछताछ के समय जेल के द्वार बंद कर दिए गए थे और बाहर से किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। सीबीआइ टीम करीब सवा तीन बजे जेल से बाहर निकली और कार्ति ने मुस्कुराते हुए कार के फुटबोर्ड पर खड़े होकर मीडियाकर्मियों के लिए हाथ हिलाया।
सीबीआइ अधिकारियों ने वहां से रवाना होने से पहले कार्ति को फुटबोर्ड से उतरने को कहा। कार्ति को एक मार्च को पांच दिन की हिरासत में भेजा गया था। सीबीआइ ने आइएनएक्स मीडिया मामले में दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में कार्ति को 28 फरवरी को ब्रिटेन से लौटने पर चेन्नई हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया था। 2007 में विदेश से 305 करोड़ रुपए प्राप्त करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की ओर से दी गई अनापत्ति में कथित अनियमितताओं को लेकर पिछले साल 15 मई को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 2007 में कार्ति के पिता वित्त मंत्री थे।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि कार्ति पर इस मामले में 10 लाख रुपए लेने का आरोप है। इस मामले में नया सबूत इंद्राणी मुखर्जी के बयान पर आधारित है जिन्होंने 17 फरवरी को इस मामले में एक मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत इकबालिया बयान दिया। उसी के आधार पर कार्ति की गिरफ्तारी हुई। सीबीआइ ने आरोप लगाया कि कार्ति ने कर चोरी की जांच रुकवाने के लिए भी आइएनएक्स मीडिया से रिश्वत ली थी। तब इस कंपनी के मालिक पूर्व मीडिया दिग्गज पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी थे। प्रवर्तन निदेशालय ने भी धनशोधन का मामला दर्ज किया है। सीबीआइ और ईडी ने चिदंबरम के आवासों और दफ्तरों की कई तलाशियां लीं। ईडी ने कार्ति से कई बार पूछताछ की। दिल्ली की एक अदालत ने एक मार्च को सीबीआइ को कार्ति से पूछताछ के लिए पांच दिन की हिरासत में भेज दिया था। अदालत ने कहा था कि दस्तावेजों और सह आरोपी से आमना-सामना कराने व इस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की भूमिका की जांच के लिए कार्ति की सीबीआइ हिरासत जरूरी है।