काली शर्ट-टीशर्ट पहनकर आने वालों को योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में घुसने से रोका
ताज महल को लेकर भाजपा नेताओं की बयानबाजी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ताज दौरे पर आयोजित जनसभा में काली टी शर्ट या शर्ट पहनकर आने वाले लोगों को दाखिल नहीं होने दिया गया। राजकीय इण्टर कालेज के मैदान में आयोजित जनसभा के प्रवेश द्वारों पर पुलिसर्किमयों की तैनाती की गयी थी और उन्होंने काली शर्ट या टी शर्ट पहनकर आये तमाम लोगों को वापस भेज दिया। हालांकि, पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए, लेकिन एक आला अफसर ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि जिन लोगों को रैली स्थल से वापस भेजा गया वे संदिग्ध लग रहे थे। उन्हें बाद में आने दिया जाएगा।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उन्हें यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये थे कि कोई भी व्यक्ति जनसभा के दौरान व्यवधान उत्पन्न ना कर सके। बता दें, उत्तर प्रदेश मुस्लिम महासंघ ने आगरा आने पर योगी को काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी थी। संगठन के अध्यक्ष चौधरी फरहान ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया था कि उनकी सरकार ने पर्यटन विभाग की पुस्तिका में ताजमहल को शामिल ना करके उसका अपमान किया है।
गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने ताजमहल को देश की वास्तुकला का अनमोल रत्न करार दिया और इसकी सुरक्षा, संरक्षण को सरकार की जिम्मेदारी बताया। उन्होंने पर्यटकों को ताजमहल और अन्य पर्यटन स्थलों की तरफ आर्किषत करने और यहां आने के उनके अनुभव को सुरक्षित और यादगार बनाने के प्रयास करने पर बल दिया। योगी ने एक जनसभा में कहा कि आगरा में ताजमहल, आगरा का किला, फतेहपुर सीकरी, एत्मातुद्दौला का मकबरा और सिकंदरा विश्व प्रसिद्ध स्मारक हैं। इन्हें किसने बनाया, इससे कोई मतलब नहीं है। इन स्मारकों के संरक्षण और संवर्धन का काम हमारी सरकार करेगी, इन स्मारकों को हमारे देश के मजदूरों ने अपने खून पसीने से बनाया है।
मालूम हो कि पर्यटन विभाग द्वारा हाल में जारी अपनी पुस्तिका में ‘विश्व धरोहर’ ताज महल का जिक्र नहीं किये जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। उसके बाद भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को भारतीय संस्कृति पर धब्बा करार दिया था। भाजपा राज्यसभा सदस्य विनय कटियार ने तो ताज महल को प्राचीन शिव मंदिर ‘तेजो महालय’ बताकर मामले को और तूल दे दी थी। इसे लेकर खासी आलोचना हुई थी।