किडनी की परेशानी और हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे लालू, भेजे जा सकते हैं AIIMS
चारा घोटाले मामले में दोषी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव किडनी की परेशानी और हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे हैं। लालू यादव की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए रिम्स प्रबंधन मंगलवार को एक बैठक करेगा, जिसमें लालू यादव को एम्स, दिल्ली या किसी उच्च मेडिकल सेंटर में रेफर करने पर विचार किया जा सकता है। बता दें कि लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया है। लालू यादव का टीएलसी 12,300 है, जो पहले 17,000 को पार कर गया था। डॉक्टरों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव के खून के संक्रमण में तेजी से सुधार हो रहा है, लेकिन उनका सिरम क्रिटनिन (किडनी फंक्शन) अभी भी थोड़ा बढ़ा हुआ है। इसके अलावा, उनके खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी कम है। हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए लालू यादव को आयरन की गोलियां दी जा रही हैं। लालू यादव का ब्लड प्रेशर सामान्य है, लेकिन ब्लड शुगर सामान्य से थोड़ा ज्यादा है।
अदालत में सुनवाई के दौरान भी लालू यादव काफी थके हुए नजर आ रहे थे। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने लालू यादव के स्वास्थ्य की जानकारी ली और उन्हें दिल्ली रेफर कराने के लिए पूछा। हालांकि, लालू यादव ने न्यायाधीश के इस सुझाव पर कुछ नहीं कहा और शांत खड़े रहे। कोर्ट में सुनवाई के बाद रिम्स जाते हुए भी लालू यादव काफी धीरे-धीरे चल रहे थे। डॉक्टरों के अनुसार, लालू यादव का टीएलसी 12,300 है, जो पहले 17,000 को पार कर गया था।
उल्लेखनीय है कि चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू यादव को कोर्ट ने दोषी करार दिया है, जिसकी सजा को लेकर 21, 22 और 23 मार्च को सुनवाई होगी। इससे पहले लालू यादव को चारा घोटाले के 3 अन्य मामलों में दोषी करार दिया जा चुका है और सजा सुनायी जा चुकी है। ताजा मामला दुमका कोषागार से 3.76 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का है। अभी चारा घोटाले के 2 अन्य मामलों पर भी जल्द ही सुनवाई शुरू होनी है।