किसानों की मौत पर मध्‍य प्रदेश के मंत्री बोले- विधायक की भी मृत्‍यु होती है, अब मौत पर किसका जोर है

मध्य प्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने किसानों की मौत पर कहा है कि विधायक की भी मृत्यु होती है, अब मौत पर किसका जोर है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक गोपाल भार्गव ने बुधवार (22 फरवरी) को कहा- ”विधायक की भी मृत्यु होती है। 10 विधायक मर गए पिछले 4 साल में, अब क्या मृत्यु पर किसी का जोर है? विधायक अमर हैं? हम लोगों को भी टेंशन होता है। किसानों के साथ हमारी सहानुभूति है।” गोपाल भार्गव ने किसानों को लेकर यह बयान ऐसे समय दिया है जब राज्य की दो सीटों कोलारस और मुंगावली में 24 फरवरी को विधानसभा के उपचुनाव होने हैं और कांग्रेस की तरफ से राज्य की शिवराज सिंह सरकार को किसानों की आत्महत्या को लेकर घेरा जा रहा है। इन सीटों पर चुनाव को लेकर जहां बीजेपी की साख दांव पर लगी है, तो कांग्रेस राज्य में करीब 6 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन सीटों के जरिये जनता की नब्ज टटोलकर कांग्रेस के प्रति हवा का रुख परखना चाहती है।

बता दें कि गोपाल भार्गव अपने एक और विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। मध्य प्रदेश के सागर में एक मेले में बुंदेली लोकनृत्य ‘राई’ को भी किसानों की आत्महत्या से जोड़कर जब मंत्री से सवाल किया गया तो वह महिलाओं पर विवादित बयान दे बैठे। गोपाल भार्गव ने मीडिया के कैमरे के सामने कहा कि टेलिविजन पर चड्ढी पहने दिखती महिलाओं का विरोध कोई क्यों नहीं कर रहा है। गोपाल भार्गव ने सागर जिले के गढ़ाकोटा में ‘रहस मेले’ का आयोजन कराया है।

गोपाल भार्गव ने पत्रकार ने सवाल किया था कि लोग किसानों की आत्महत्या पर सवाल उठा रहे हैं, वे कह रहे हैं कि किसान मरे रहे हैं और मंत्री जी मेले में राई नृत्य करवा रहे हैं। इस सवाल के जवाब में गोपाल भार्गव ने कहा- ”हम कभी कभी औचित्य के प्रश्न पूछते हैं, 22 गज का घाघरा पहन के, सर ढक के और जो हमारी माताएं बहनें भी कहलें, महिलाएं भी कह लें, नृत्य करती हैं, वो ठीक है कि टेलीविजन पर आप जो चड्ढी पहने देख रहे हैं, उसका विरोध कोई क्यों नहीं कर रहा है? क्यों नहीं कर रहा है विरोध? आप मोबाइल पर देखते हो उसको और देख रहे हैं 90 परसेंट लोग।” गोपाल भार्गव के इस विवादित बयान का वीडियो न्यूज तक के यूट्यूब चैनल पर बुधवार को शेयर किया गया है।

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