कुमार विश्वास ने बताया- महाभारत काल में क्या कहलाता था इंटरनेट, त्रिपुरा सीएम की ली चुटकी
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कह दिया है कि इंटरनेट महाभारत के दिनों में भी हुआ करता था। बिल्पब देब के इस बयान पर अब कविराज कुमार विश्वास ने उनकी चुटकी ली है। डॉक्टर कुमार विश्वास ने ट्वीट कर सीएम बिप्लब देब के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में यह बतलाने की कोशिश की कि उस वक्त इंटरनेट को क्या कहा जाता था? कुमार विश्वास ने लिखा की ‘वो लोग इसे अंतरनेत्र कहते थे’।
दरअसल इससे पहले त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाभारत के दिनों में संजय दृष्टिहीन थे, लेकिन वह युद्ध में होने वाली सभी घटनाओं को धृतराष्ट्र को सुना रहे थे। यह इंटरनेट की तकनीक से ही मुमकिन हो सका था। इतना ही नहीं बिप्लब देब ने आगे कहा कि उस समय सैटेलाइट भी हुआ करती थी।
बिप्लब देब पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के क्षेत्रीय वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने कहा कि इंटरनेट का आविष्कार अमेरिका या पश्चिमी देशों ने नहीं किया था, बल्कि लाखों वर्ष पहले भारत में इसका आविष्कार किया गया था। बिप्लब देब ने कहा कि मैं मुझे गर्व है कि मैं ऐसे देश में पैदा हुआ जहां की तकनीक इतनी एडवांस थी। जो देश खुद को तकनीकी रूप से काफी विकसित मानते हैं वह भारत के टैलेंट को अपने यहां नौकरी पर रखते हैं जिससे की उनकी तकनीक और भी बेहतर हो।
आपको बता दें कि बिप्लब देव पहली बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बने हैं। बिप्लब देब त्रिपुरा के 10वें मुख्यमंत्री हैं। बिप्लब इससे पहले आरएसएस से जुड़े हुए थे।आपको याद दिला दें कि इससे पहले भाजपा के ही एक केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने चार्लस डार्विन की उत्पत्ति की थ्योरी को ही गलत बतला दिया था। सत्यपाल सिंह ने कह दिया था कि जब से मनुष्य इस धरती पर देखा गया है, वह हमेशा से ही मनुष्य ही था। जैसा कि कहा या लिखा गया है कि एक एप धीरे-धीरे मनुष्य में तब्दील हुआ, यह गलत है। फिलहाल बिप्लब देब के इस बयान पर सोशल मीडिया में लोग कई तरह से चुटकी ले रहे हैं।