कुमार व‍िश्‍वास का ताना- लंपटों के मुंह से लोकतंत्र बचाओ का नारा वैसा ही जैसे हाफ़िज़ सईद “विश्वशांति” पर प्रवचन दे

आम आदमी पार्टी के बागी नेता और कवि कुमार विश्वास ने देश के सियासतदानों पर तीखा हमला किया है। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा है कि कुर्सी और सांप्रदायिक-वंशवादी राजनीति के लिए स्वराज और लोकतंत्र की कई बार हत्या करने वाले नेता जब लोकतंत्र बचाओ का नारा देते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे आतंकी हाफिज सईद दुनिया में शांति स्थापित करने पर प्रवचन दे रहा हो। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, “अपने-अपने दल में, अपनी सत्ता-लोलुपता, अपने निजी बौनेपन का असुरक्षा-बोध, आत्ममुग्धता और सांप्रदायिक-वंशवादी राजनीति के लिए लोकतंत्र व स्वराज की बारम्बार निर्मम हत्या कर चुके लंपट जब “लोकतंत्र बचाओ” का नारा देते हैं तो लगता है जैसे हाफ़िज़ सईद “विश्वशांति” पर प्रवचन पेल रहा हो।” हालांकि कुमार विश्वास ने इस ट्वीट में किसी राजनीतिक दल या किसी नेता का नाम नहीं लिया है, लेकिन उन्होंने ‘असुरक्षा-बोध’ ‘सांप्रदायिक-वंशवादी’ और ‘स्वराज’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर कई संकेत दिये हैं।

बता दें कि आम आदमी पार्टी के राजनीतिक विमर्श में स्वराज शब्द शामिल है। कुमार विश्वास इससे पहले भी केजरीवाल को उलाहने दे चुके हैं। इस वक्त दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय और सत्येन्द्र जैन एलजी दफ्तर पर धरने पर बैठे हैं। सीएम केजरीवाल एलजी अनिल बैजल से दिल्ली के आईएएस अधिकारियों की हड़ताल को खत्म करवाने की मांग कर रहे हैं। आज केजरीवाल के हड़ताल का पांचवां दिन है।

कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर यूजर्स ने कई राय दी है। माधवी गुप्ता नाम की यूजर ने कहा, “केजरीवाल जी को अपनी पार्टी के खिलाफ बोलने वाले शत्रुघ्न सिन्हा जी बड़े पसन्द आ रहे लेकिन वहीं कुमार विश्वास जी आपको पसंद नही आ रहे आखिर दो विचारधारा कैसे अपना लेते हो आप।” एक यूजर ने कुमार विश्वास पर ही तंज कसा और लिखा, “राज्य सभा की सदस्यता मिल जाती तो सब सही था है ना कुमार जी?” राहुल उपाध्याय ने इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी, “पता नहीं इन लोगों में शर्म बची भी है या वो भी सत्ता के लिये बेच दी, सब से अलग होने का दावा करने वाले आज सबसे ज्यादा प्रदूषित राजनीति कर रहे हैं, दिल्ली की जनता अब इन्हें और नही झेल सकती।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *