कुलपति कार्यालय को आग लगाने के आरोप में पूर्व छात्र गिरफ्तार

गुजरात के वड़ोदरा स्थित एमएस विश्वविद्यालय में फाइन आर्ट्स के एक पूर्व छात्र ने विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय को कथित तौर पर आग लगा दी। छात्र डिग्री मिलने में हो रही देरी को लेकर नाराज था। गौरतलब है कि यह छात्र वर्ष 2007 में अश्लीलता विवाद के भी केंद्र में रहा था। सयाजीगंज थाने के निरीक्षक हरेश वोरा के अनुसार आरोपी चंद्रमोहन को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह 11 साल पहले विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स का छात्र था। पुलिस ने बताया कि बीती शाम आग लगने की घटना के दौरान फाइलें हटाने की कोशिश कर रहा सिंडिकेट का एक सदस्य जिगर इनामदार मामूली रूप से झुलस गया। सिंडिकेट, एमएसयू की शीर्ष निर्णायक संस्था है।

तेलंगाना के वारंगल जिला निवासी चंद्रमोहन विश्वविद्यालय के कुलपति परिमल व्यास से मिलकर अपनी डिग्री मिलने में हो रही देरी का कारण जानना चाहता था। उसने मई 2007 में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की थी। उसने दावा किया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय अधिकारियों को कई पत्र लिखे जाने के बावजूद उसे उनसे कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस के अनुसार मोहन एक बोतल में पेट्रोल लेकर आया था और कुलपति से मुलाकात को लेकर उनके पीए जयकुमार नायर के साथ विवाद होने के बाद उसने कार्यालय के एक सोफे पर पेट्रोल छिड़ककर उसमें आग लगा दी। उन्होंने बताया कि कुलपति कार्यालय सहित दो कमरे जलकर खाक हो गए। कुछ फाइलें और दस्तावेज भी आग में जलकर नष्ट हो गए।

उन्होंने बताया कि घटना के वक्त कुलपति अपने कार्यालय में नहीं थे। पुलिस ने दावा किया कि मोहन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। वर्ष 2007 में पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में अपने कला कार्य की वजह से चंद्रमोहन विवाद के केंद्र में आया था। उसने हिंदू देवी-देवताओं की कथित अश्लील मुद्राओं में तस्वीरें बनाई थीं। कुलपति ने कहा, ‘यह बेहद दुखद घटना है। मैं कल गांधीनगर में था और इस छात्र को मुझसे मिलने के लिए कम-से-कम एक दिन इंतजार करना चाहिए था।’ पुलिस आयुक्त मनोज शशिधर ने कहा कि मोहन को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उसे रिमांड पर लेने की मांग करेगी।

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