कुलभूषण जाधव मामला: इस्‍लामाबाद पहुंचा परिवार, कड़ी सुरक्षा के बीच होगी मुलाकात

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने कहा है कि उनके देश ने सजा-ए-मौत का इंतजार कर रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के साथ उसके परिवार की मुलाकात के दौरान एक भारतीय राजनयिक को मौजूद रहने की इजाजत दे कर जाधव को कूटनीतिक पहुंच प्रदान की है। भारत में अधिकारियों ने आसिफ के बयान को ज्यादा महत्व नहीं दिया और कहा कि भारतीय राजनयिक सिर्फ जाधव के परिवार के साथ जा रहा है और इसको ‘‘कूटनीतिक पहुंच’’ के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। जाधव की मां और पत्‍नी सोमवार सुबह इस्‍लामाबाद पहुंचे। एक पाकिस्तानी मीडिया चैनल के साथ वार्ता में आसिफ ने कहा कि जाधव की पत्नी और मां के साथ भारतीय उप उच्चायुक्त के जाने को ‘‘कूटनीतिक पहुंच’’ माना जा सकता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री से खास तौर पर पूछा गया कि जब इस मुलाकात में एक भारतीय राजनयिक मौजूद रहेगा तो क्या यह कूटनीतिक पहुंच है तो उन्होंने कहा, ‘‘हां।’’ आसिफ ने जियो न्यूज से कहा, ‘‘अगर हमारी जगह भारत होता तो उसने हमें यह रियाअत नहीं दी होती।’’ हालाकि बाद में पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय ने कूटनीतिक पहुंच देने से इनकार किया।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि क्षमायाचिका लेने का फैसला पाकिस्तान के हितों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की कि क्या मुलाकात के दौरान सिंह की मौजूदगी कूटनीतिक पहुंच प्रदान करने के समतुल्य माना जाएगा जिसकी मांग भारत करता रहा है। यह साफ नहीं है कि क्या परिवार के साथ इस मुलाकात के दौरान सिंह को जाधव से संपर्क करने की इजाजत दी जाएगी या वह महज एक खामोश भागीदार रहेंगे।

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Pakistan Minister of Foreign Affairs Khwaja Asif, on consular access being provided to Kulbhushan Jadhav #PakJadhavDrama

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डा. मोहम्मद फैसल ने एक से ज्यादा बार कहा है कि जाधव को अपने परिवार से मिलने की इजाजत देने का फैसला ‘‘मानवीय आधार’’ पर दिया गया है। उन्होंने ‘‘कूटनीतिक पहुंच’’ का कोई जिक्र नहीं किया। जाधव आज इस्लामाबाद में अपने परिवार से मुलाकात करेंगे। परिवार से जाधव की मुलाकात के ठीक-ठीक वक्त की जानकारी नहीं है लेकिन अधिकारियों ने कहा कि यह दोपहर में या दोपहर के तुरंत बाद हो सकती है। यह पता नहीं है कि मुलाकात कितनी देर चलेगी, लेकिन विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार यह एक घंटे तक चल सकती है।

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