कुशीनगर ट्रेन-वैन हादसा: रेलमंत्री ने दिए जांच के आदेश, मुआवजे का ऐलान

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में ट्रेन – स्कूल वैन दुर्घटना की जांच के आदेश आज दिए और मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि भी देगी। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर कुशीनगर इलाके में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर एक स्कूल वैन ट्रेन की चपेट में आ गई जिसमें 13 बच्चों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। गोयल ने एक बयान में कहा कि वह कुशीनगर में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूली बच्चों की मौत से बहुत दुखी हैं।

रेल मंत्री ने एक बयान में कहा , ‘‘ मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्रालय मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये , गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों में प्रत्येक को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि मुहैया कराएगा। ’’ उन्होंने कहा कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

उन्होंने कहा , ‘‘ हम भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सभी संभावित कदम उठाने को प्रतिबद्ध हैं। ’’ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटनास्थल पर एक रेल मित्र था जिसने स्कूल वैन को रोकने की कोशिश की लेकिन चालक ने नहीं रोकी। इस साल मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर हुई यह पहली घटना है। लोहानी ने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय रेलवे की कुल 3,479 मानवरहित रेलवे क्रासिंग है।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि वर्ष 2014-15 से लेकर अब तक देश में मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर कुल 109 हादसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे का मार्च 2020 तक मानवरहित क्रॉसिंग खत्म करने का लक्ष्य है। रेलवे प्रवक्ता वेद प्रकाश ने बताया कि हादसे में डिवाइन पब्लिक स्कूल के बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब थावे – कप्तानगंज यात्री ट्रेन की मानवरहित क्रॉंिसग के गेट पर वैन से टक्कर हो गई। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन सिवान से गोरखपुर जा रही थी। वैन में कम से कम 25 लोग सवार थे जिनमें दस साल तक की उम्र के बच्चे भी शामिल थे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *