केजरीवाल और कांग्रेस के बीच सूत्रधार बनेंगे लालू
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से दोस्ती को तैयार हैं। उनका कहना है कि वे न केवल खुद केजरीवाल से हाथ मिलाएंगे, बल्कि केजरीवाल और कांग्रेस के बीच की दूरियां पाटने का काम भी करेंगे। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता कुमार विश्वास ने केजरीवाल-लालू की दोस्ती को असंभव करार दिया है।यादव ने एक निजी टीवी चैनल के साथ बातचीत में गुरुवार को यह स्वीकारोक्ति की। सबसे पहले जनसत्ता ने केजरीवाल-लालू के बीच कायम होती दोस्ती की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
दरअसल, बिहार में शुरुआती दिनों में केजरीवाल और वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच खूब प्रगाढ़ता रही। पेशे से इंजीनियर, इन दोनों नेताओं में इतनी गहरी छनती रही कि नीतीश ने दिल्ली आकर केजरीवाल के लिए वोट मांगे तो केजरीवाल भी नीतीश की खातिर पटना गए। दोनों नेताओं के बीच दोस्ती का आलम यह रहा कि नीतीश दिल्ली आने पर बगैर केजरीवाल से मिले कभी वापस नहीं गए। लेकिन अब नीतीश के भाजपा के संग जाने के बाद दोस्ती के इस रिश्ते में दरार आई और केजरीवाल अब लालू के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं।
लालू के बेटे और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दिल्ली में बीते कुछ महीनों में तीन-तीन बार मुलाकात की।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा का कहना था कि केजरीवाल ने अंध कांग्रेस विरोध का जो रुख कायम कर रखा था, उसमें तब्दीली आई है। कांग्रेस के प्रति उनका रुख थोड़ा नरम हुआ है जबकि दिल्ली के कांग्रेसी नेताओं को छोड़ दें तो राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस में भी केजरीवाल को लेकर रवैया बदला हुआ है। अब खुद पार्टी प्रमुख लालू यादव का भी कहना है कि वे कांग्रेस और केजरीवाल के बीच सूत्रधार का काम करेंगे। दोनों दलों के नेताओं के बीच मौजूद मतभेद को कम करने का काम करेंगे। जाहिर तौर पर उनका इशारा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की अगुआई में बनने वाले विपक्ष के मोर्चे में आम आदमी पार्टी को भी शामिल करना है।