केजरीवाल बोले, दिल्ली में गैंगस्टर्स राज, लॉरेंस साबरमती से चला रहा गैंग; उसे बीजेपी का साथ

बीते 24 घंटे में तीन जगह गोलीबारी की घटनाएं घट चुकी हैं। लॉरेंस बिश्नोई साबरमती जेल से गैंग चला रहा है। उसे बीजेपी का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए अपराधी इतने बेखौफ हैं। 

दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था बहुत खराब है। यहां में गैंगस्टर्स का राज है और गृह मंत्री अमित शाह मूकदर्शक बने हुए हैं। बीते 24 घंटे में तीन जगह गोलीबारी की घटनाएं घट चुकी हैं। लॉरेंस बिश्नोई साबरमती जेल से गैंग चला रहा है। उसे बीजेपी का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए अपराधी इतने बेखौफ हैं। 

इस सरकार का आखिरी सत्र
बता दें कि इस सरकार के गठन का यह अंतिम विधानसभा सत्र है, क्योंकि फरवरी महीने में विधानसभा चुनाव होना है। इस सत्र में पक्ष और विपक्ष पूरी तरह से एक दूसरे पर हमलावर रहेगी और पूरी तरह से राजनीतिक सत्र देखने को मिल सकता है।

सदन में उठा मार्शलों का मुद्दा
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने बस मार्शलों के मुद्दे पर कहा कि भाजपा इसके लिए जिम्मेदार है। हम लगातार संघर्ष कर रहे हैं। बस मार्शलों की नियुक्ति के लिए भाजपा के पैर पकड़े, क्योंकि हम दिल्ली की मां, बहन, बेटी को सुरक्षा मिले। बस मार्शलों को रोजगार मिले। भाजपा के लोगों ने बस मार्शलों को हटवाने का काम किया है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोग इनके पास जाते हैं तो ये कहते हैं कि एलजी ने मंजूरी नहीं दी। एलजी साहब और दिल्ली भाजपा के बड़े नेताओं ने बस मार्शलों से मुलाकात की, फोटो खिंचवाई, लेकिन रोजगार नहीं मिला। आज लोग पूछ रहे हैं कि आखिर हमें रोजगार क्यों नहीं दे रहे हैं। 

भाजपा विधायकों ने किया बहिष्कार
सदन में प्रश्न काल नहीं कराए जाने का भाजपा ने कड़ा विरोध किया। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सरकार पिछले एक साल से प्रश्न काल नहीं कर रही है, इस कारण विधायक अपने इलाकों की आवाज नहीं उठा पा रहे हैं, इसके अलावा मंत्री विधायकों के सवालों का जवाब देने से बच रहे हैंl दूसरी ओर सदन में नियम 280 के तहत विधायकों की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दे को लेकर भाजपा ने कड़ा विरोध किया, दरअसल विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को मुद्दे पढ़ने का अवसर दिए बिना उन्हें पढ़ा हुआ माने जाने के निर्देश दिए, भाजपा विधायकों ने उनके इस कदम का बड़ा विरोध करते हुए सदन का बहिष्कार किया। PTI.