केरल: पूछताछ में पुलिस से बोला तालिबान हमसा- ISIS सच्चा इस्लाम है, मौलाना को बुलाके देख लो
आतंकी संगठन आईएसआईएस से संदिग्ध रूप से जुड़े पांच व्यक्तियों को केरल के कन्नूर से गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां बुधवार (25 अक्टूबर) को की गईं। पुलिस ने बताया कि पांचों कई साल पहले राज्य छोड़कर चले गए थे। इनमें से गिरफ्तार किए गए एक आतंकी यूके हमसा उर्फ तालिबान हमसा आतंकी गतिविधियों का मुख्य साजिशकर्ता हो सकता हैं। 52 साल का हमसा संगठन के लिए मासूम लोगों को भर्ती करता था। पूछताछ में उसने बताया, ‘आईएसआईएस ही सच्चा इस्लाम है, इसके लिए चाहे मौलाना को बुला भी बुलाकर पूछ लिया जाए।’ माना जा रहा है कि हमसा खाड़ी देशों से साल 1998 से आतंकी गतिविधों को अंजाम दे रहा है। वह बहरीन के धार्मिक सेंटर अल-अंसार के लिए काम करता था। शक हैं कि आईएस के लिए ट्रेनिंग कैंप भी हमसा ही लगाता था। बताया जाता है कि पांचों संदिग्ध सीरिया गए और वहां उन्होंने आतंकी संगठन से प्रशिक्षण हासिल किया था। कन्नूर के पुलिस उप अधीक्षक सदानंदन ने कहा, ‘मितिलज, अब्दुल रज्जाक, यूके हमसा सहित दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया, इनके फोन काल की जांच की गई और उससे मिली जानकारी और प्रमाणों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आगे की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि ये इनमें से तीन जिले के चक्करक्कल और वलपट्टिनम के रहने वाले हैं और हाल में ही तुर्की से वापस लौटे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कुछ समय पहले रहस्यमयी परिस्थितयों में कम से कम 21 लोगों के लापता होने के मामले की जांच कर रही है। आशंका है कि ये लापता लोग आईएसआईएस समूह में शामिल हो गए थे। इनमें से 17 लोग कासरगोड के रहने वाले हैं और चार लोग पलक्कड के हैं। इसमें तीन महिलाएं और तीन बच्चे भी शामिल हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिनों पहले ही आईएसआईएस के लिए काम करने वाली महिला करेन आयशा हामिदन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NBI) ने फिलीपींस से गिरफ्तार किया है। आयशा हामिदन फिलीपींस आतंकवादी नेता मोहम्मद जाफार मैकिड की विधवा है। हामिदन का काम संगठन में नए आतंकियों की भर्ती करना था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फिलीपींस सरकार से हामिदन के बारे में जानकारी और सुबूत जुटाने के लिए मदद मांगी थी। जिसके बाद से फिलीपींस की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NBI) आयशा हामिदन को लेकर काफी अलर्ट हो गई थी। एनआईए को इस बात पर पहली बार शक तब हुआ जब भारत में गिरफ्तार किए गए दो आईएस आतंकियों मोहम्मद सिराजुद्दीन और मोहम्मद नासिर का लिंक हामिदन के साथ जोड़ा गया था।