केरल में भी पत्रकार पर हमला, पुलिसवालों ने कलाकुमुदी अखबार के सजीव गोपालन को पीटा, अस्पताल में भर्ती
इन दिनों पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं। अब केरल के वरकला में कलाकुमुदी अखबार के वरिष्ठ पत्रकार सजीव गोपालन पर जानलेवा हमला हुआ है। आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें मारा पीटा है। यह वाकया रविवार (24 सितंबर) की है। फिलहाल इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं आ पाई है। बता दें कि पिछले दिनों कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की भी हत्या कर दी गई थी। उस वक्त कई संगठनों ने लंकेश की हत्या के पीछे संघ का हाथ बताया था। हालांकि, इस आरोप पर बीजेपी समेत कई हिन्दूवादी संगठनों ने हंगामा किया था। फिलहाल गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर्नाटक की एसआईटी कर रही है।
दो दिन पहले पंजाब के मोहाली में वरिष्ठ पत्रकार के जे सिंह और उनकी 92 वर्षीय मां की घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब पुलिस इसकी जांच कर रही है। पांच दिन पहले त्रिपुरा में टीवी पत्रकार शांतनु भौमिक की भी हत्या कर दी गई थी जब वो रिपोर्टिंग कर रहे थे। उस वक्त ये पत्रकार रोड ब्लॉक करने की कोशिश कर रही भाजपा समर्थक आदिवासी पार्टी स्वदेशी पीपुल्स फोरम की रिपोर्टिंग कर रहे थे। यह घटना त्रिपुरा के मंडाई क्षेत्र में घटी। भौमिक क्षेत्रीय टीवी चैनल ‘दिन रात’ के लिए रिपोर्टिंग कर रहे थे। तभी कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ मार्क्सवाद (सीपीएम) और आईपीएफटी के बीच झगड़े के दौरान धारदार हथियार से उनपर हमला किया गया। दूसरी तरफ सीपीआईएम का आरोप है कि हमलावर आईपीएफटी के कार्यकर्ता थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बता दें कि गौरी लंकेश कन्नड़ भाषा की एक साप्ताहिक पत्रिका निकालती थीं। अपने पत्रिका में वे हिंदुत्व की राजनीतिक, सांप्रदायिकता का विरोध करती थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर भी वह निशाना साधती थीं। गौरी ने अपने आखिरी लेख में भी फेक न्यूज को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके मंत्री, भारतीय जनता पार्टी, उनके नेता और आरएसएस पर निशाना साधा था। गौरी ने कहा था कि फेक न्यूज के जरिए आरएसएस और भाजपा के लोग झूठ फैला रहे हैं।