केरल स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का दावा- दुआओं से ठीक हो गया निपाह वायरस, फिर हटा ली पोस्‍ट

केरल इन दिनों निपाह वायरस के आतंक से जूझ रहा है। बता दें कि अभी तक निपाह वायरस से केरल में 14 लोगों की जान जा चुकी है। जहां लोगों में निपाह वायरस का डर फैला हुआ है, वहीं केरल के स्वास्थ्य विभाग ने निपाह वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा लिखा कि लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को ही निशाने पर ले लिया। नाराजगी बढ़ते देख केरल स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पोस्ट ही हटा ली है। दरअसल निपाह वायरस का शिकार हुई नर्स लिनी पुथुसेरी की बेटी की जांच में निपाह वायरस नेगेटिव आया है। इस पर खुशी जताते हुए केरल के स्वास्थ्य विभाग ने सोशल मीडिया पर अपनी एक पोस्ट में लिखा कि लोगों की दुआओं के कारण लिनी की बेटी का वायरस टेस्ट नेगेटिव आया है। इस पर लोगों ने केरल स्वास्थ्य विभाग की वैज्ञानिक सोच पर ही सवाल खड़े कर दिए।

वहीं पोस्ट पर लोगों की नाराजगी देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल अपनी पोस्ट हटा ली है। उल्लेखनीय है कि निपाह वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज करने के दौरान ही नर्स लिनी भी इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गई थी। जिसके बाद लिनी ने भी दम तोड़ दिया था। लिनी की अपने पेशे के प्रति समर्पण की केरल समेत सभी जगह तारीफ हुई थी। अपनी मौत से पहले लिनी ने अपने पति को एक भावुक संदेश भी लिखा था। जिसके बाद केरल समेत पूरे देश में लिनी और उसके परिवार के लिए संवेदनाएं उमड़ पड़ी थी। चूंकि यह खतरनाक वायरस लोगों से लोगों में फैल रहा है, इसलिए आशंका थी कि लिनी के बच्चे इस वायरस की चपेट में ना आ गए हों, लेकिन अब उनकी टेस्ट रिपोर्ट में निपाह वायरस के निगेटिव आने पर सभी ने राहत की सांस ली है। लिनी की मौत के बाद केरल सरकार ने लिनी के बच्चों को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी है, साथ ही लिनी के पति को नौकरी देने का भी ऐलान किया है।

बता दें कि शनिवार और रविवार को कोझिकोड में दो लोगों के निपाह वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई। अभी 2 और लोग निपाह वायरस से पीड़ित हैं और उनका कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बतायी जा रही है। निपाह वायरस चमगादड़ो (फ्रूट बैट्स) के द्वारा, सुअरों के द्वारा और संक्रमित व्यक्ति से अन्य लोगों में फैल रहा है।

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