कैबिनेट मंत्री नंदी द्वारा मुलायम को रावण और मायावती को शूर्पणखा कहने पर विधान परिषद में जमकर हुआ हंगामा
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी द्वारा सपा, बसपा के शीर्ष नेताओं की तुलना रावण तथा अन्य पात्रों से किए जाने को लेकर आज विधान परिषद में जोरदार हंगामा हुआ। इसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी के नेता सुनील चित्तौड़ ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंदी द्वारा परसों इलाहाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के प्रमुख संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा मुखिया मायावती की तुलना रावण तथा शूर्पनखा से किए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए मंत्री के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की। सदन में सपा और विपक्ष के नेता अहमद हसन ने इससे सहमति जताते हुए कहा कि ऐसे मंत्री पर लगाम लगाने की जरूरत है। हर मंत्री सरकार का भागीदार है और कोई मंत्री ऐसी अशोभनीय और बेहूदा बात करे यह उचित नहीं है।
सभापति रमेश यादव ने इस मामले को शून्य काल में उठाने की बात कही। इस पर सपा और बसपा के सदस्यों ने खड़े होकर आपत्ति जताई। इसी बीच मंत्री स्वाति सिंह ने बसपा के पूर्व नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उनके परिवार के प्रति की गई अशोभनीय टिप्पणी की भी याद दिलाई। इस पर सपा और बसपा के सदस्य आसन के समीप आ गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। हंगामा कर रहे सदस्यों ने नंदी की बर्खास्तगी की मांग भी की।
सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपने स्थान पर जाने को कहा लेकिन हंगामा थमते ना देख सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। बाद में यह अवधि और 20 मिनट के लिए बढ़ा दी गई। मालूम हो कि इलाहाबाद में परसों आयोजित एक कार्यक्रम में नंदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य वरिष्ठ मंत्रियों की मौजूदगी में सपा तथा बसपा के शीर्ष नेताओं की तुलना रावण, कुंभकर्ण तथा शूर्पनखा से की थी।